पीएम नरेंद्र मोदी अमेरिका में ‘लोकतंत्र’ पर होने वाले शिखर सम्मेलन में शामिल हो सकते हैं। अधिकारियों ने बताया कि पीएम मोदी 9-10 दिसंबर को डिजिटल माध्यम से इस सम्मेलन शामिल हो सकते हैं। इस शिखर सम्मेलन के लिए निमंत्रण भी मिला है। जिसमें 100 अधिक दुनिया भर के नेता शामिल हो रहे हैं।
शिखर सम्मेलन का उद्देश्य देश और विदेश में लोकतंत्र और मानवाधिकारों के लिए सामूहिक एकजुटता दिखाना है। बताया जा रहा है जो बाइडेन ने अपने चुनावी कैंपेन के दौरान लोकतंत्र पर शिखर सम्मेलन आयोजित करने का वादा किया था। इस शिखर सम्मेलन में रूस और चीन शामिल नहीं होंगे।
अमेरिकी मीडिया रिपोर्ट के अनुसार इस शिखर सम्मेलन के लिए 108 देशों के नेताओं को निमंत्रण भेजा गया है। जिसमें भारत नेपाल , मालदीव और पाकिस्तान शामिल हैं हालांकि श्रीलंका बांग्लादेश और भूटान को इस शिखर सम्मेलन के लिए आमंत्रित किया गया है की नहीं यह अभी स्पष्ट नहीं हो सका है।
अमेरिकी मीडिया के अनुसार इस शिखर सम्मेलन में परिचर्चा का विषय तीन विषय रखे गए हैं। जिसमें ‘अधिनायकवाद के खिलाफ बचाव’, ‘भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई,’ और ‘मानवाधिकार के प्रति सम्मान बढ़ाना’ शामिल किया गया है।
भारत सरका ने भी अफगानिस्तान, मालदीव में लोकतंत्र की बात करता रहा है। पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों प्रति हो रही बर्बरता पर भी अपनी चिंता जता चुका है।
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