प्रधानमंत्री की यह पहल परीक्षा के मौसम को सकारात्मकता, तैयारी और उद्देश्यपूर्ण शिक्षण का उत्सव बनाती है। इससे परीक्षाएं तनाव का नहीं, बल्कि प्रोत्साहन का अवसर बन जाती हैं। गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड का आधिकारिक प्रमाण पत्र नई दिल्ली में आयोजित एक विशेष समारोह में प्रदान किया गया।
केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व में ‘परीक्षा पे चर्चा’ ने परीक्षा प्रणाली को एक राष्ट्रीय दृष्टिकोण के रूप में पुनर्परिभाषित किया है, जिसमें तनाव को सीखने के उत्सव में बदला गया है।
केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने इसे विद्यार्थियों, अभिभावकों और शिक्षकों को एक मंच पर लाकर तनावमुक्त और कल्याणकारी शिक्षण को बढ़ावा देने वाली अनोखी पहल बताया। उन्होंने कहा कि गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड इस बात का प्रमाण है कि जनता को इस कार्यक्रम पर अटूट भरोसा है।
जितिन प्रसाद ने कहा कि इसने तकनीक के माध्यम से जनभागीदारी को गहरा किया और पीपीसी की पहुंच को राष्ट्रीय स्तर तक विस्तारित किया।
गौरतलब है कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 तनावमुक्त और आनंददायक शिक्षण पर बल देती है, जो रट्टा-शिक्षा से हटकर अनुभव आधारित और आलोचनात्मक सोच पर केंद्रित है। इस दिशा में ‘परीक्षा पे चर्चा’ अब एक राष्ट्रव्यापी आंदोलन बन गया है, जो छात्रों को स्व-अभिव्यक्ति और आत्मविकास के अवसर देता है।
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