रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की सुरक्षा को लेकर एक चौंकाने वाली जानकारी सामने आई है। हाल ही में अमेरिका के अलास्का में डोनाल्ड ट्रंप के साथ हुई उनकी अहम बैठक के दौरान उनके बॉडीगार्ड्स एक विशेष ज़िम्मेदारी निभाते दिखे। पुतिन के मल को इकट्ठा कर उसे विशेष बैग में पैक कर सूटकेस के ज़रिये वापस मॉस्को भेजा गया।
यह खुलासा फ्रेंच पत्रिका पेरिस मैच के लिए रूसी पत्रकार मिखाइल रुबिन और रेगिस जेंटे की जांच रिपोर्ट में किया गया है, जिसका हवाला द एक्सप्रेस यूएस ने दिया। रिपोर्ट के मुताबिक, पुतिन की सुरक्षा एजेंसी फेडरल प्रोटेक्शन सर्विस (FPS) वर्षों से यह असामान्य कदम उठाती आ रही है ताकि कोई भी विदेशी ताकत उनके मल का नमूना लेकर उनके स्वास्थ्य से जुड़ी गुप्त जानकारी हासिल न कर सके।
यह प्रथा पहली बार मई 2017 में फ्रांस यात्रा के दौरान देखी गई थी। 2018 में वियना दौरे पर भी यही व्यवस्था की गई थी। पत्रकार फरीदा रुस्तमोवा ने भी एक सूत्र के हवाले से पुष्टि की कि पुतिन अपने कार्यकाल की शुरुआत यानी 1999 से ही यह कदम उठाते आ रहे हैं।
पिछले कुछ वर्षों में पुतिन की सेहत को लेकर कई अटकलें लगाई जाती रही हैं। 2024 में अस्ताना (कज़ाखस्तान) में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान उन्हें लगातार पैर हिलाते देखा गया था। 2023 में बेलारूस के राष्ट्रपति अलेक्ज़ेंडर लुकाशेंको के साथ बैठक में वे कुर्सी पर झटके लेते नज़र आए। मार्च 2025 में तो यह तक दावा हुआ कि उन्होंने कुर्स्क क्षेत्र के दौरे पर अपने “बॉडी डबल” का इस्तेमाल किया। हालांकि, क्रेमलिन लगातार इन अटकलों को खारिज करता आया है। 2022 में उसने यहां तक कहा था कि “राष्ट्रपति के गिरने के बाद खुद को गंदा करने” जैसी अफवाहें पूरी तरह झूठी हैं।
इस बीच, अलास्का में हुई ट्रंप-पुतिन मुलाक़ात में रूस को कूटनीतिक बढ़त हासिल होती दिखी। बैठक की शुरुआत में जहां अमेरिकी राष्ट्रपति कड़े तेवर दिखा रहे थे और चेतावनी दे रहे थे कि अगर शांति वार्ता न हुई तो “गंभीर परिणाम” भुगतने होंगे, वहीं अंत तक उनकी स्थिति कमजोर दिखी।
उधर, खबर यह भी है कि यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर ज़ेलेंस्की से मुलाकात से पहले ट्रंप यूरोपीय संघ के नेताओं से कह चुके हैं कि वह पुतिन की यह मांग मानने को तैयार हैं कि यूक्रेन रूस को डोनबास क्षेत्र का शेष हिस्सा सौंप दे, ताकि युद्ध खत्म हो सके।
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