अजमेर। राजस्थान में भारतीय जनता पार्टी की विधायक अनीता भदेल ने ऑक्सीजन कंसंट्रेटर खरीदी में धोखाधड़ी का आरोप लगाया है। उनका आरोप है कि कोरोना की दूसरी लहर के दौरान जिला प्रशासन को विधायक निधि से 25 रुपए जारी किये गए थे, लेकिन ऑक्सीजन कंसंट्रेटर नहीं ख़रीदे गए और जो खरीदे गए वह भी मरीजों के काम के नहीं थे। बता दें कि अनीता भदेल अजमेर दक्षिण की विधायक हैं।
I approved Rs 25 lakh from my MLA fund for the procurement of oxygen concentrators in April but till May 20 the purchase didn’t happen. They bought it when COVID cases started decreasing during the second wave: BJP MLA from Ajmer South, Anita Bhadel (02.07)#Rajasthan pic.twitter.com/4knxzq5D3G
— ANI (@ANI) July 3, 2021
अनीता भदेल का कहना है कि दूसरी लहर के दौरान अप्रैल में मैंने अपने विधायक निधि से 25 लाख रुपये की राशि आवंटित की थी, ताकि उससे ऑक्सीजन कंसंट्रेटर खरीदे जाएं, लेकिन 20 मई तक कोई खरीद नहीं हुई। अनीता भदेल ने जिला प्रशासन पर आरोप लगाते हुए कहा कि उन्होंने ये ऑक्सीजन कंसंट्रेटर तब खरीदे, जब दूसरी लहर के दौरान कोरोना के मामले कम होने लगे। उन्होंने आगे कहा कि 10 लीटर के ऑक्सीजन कंसंट्रेटर खरीदने की जगह उन्होंने दो लीटर के ऑक्सीजन कंसंट्रेटर खरीदे। इन कंसंट्रेटर की कीमत 83,000 रुपये थी। अनीता भदेल ने आगे बताया कि दो लीटर के कंसंट्रेटर कोविड मरीजों के किसी काम के नहीं है, क्योंकि उन्हें कम से कम 10 लीटर ऑक्सीजन फ्लो की जरूरत होती है। वहीं दो लीटर वाले कंसंट्रेटर 24 घंटे भी नहीं चलते हैं। उन्होंने आगे आरोप लगाया कि ये कंसंट्रेटर किसी अधिकृत कंपनी की ओर से नहीं बनाए गए हैं, इसलिए इसकी कीमत पर संदेह है। जिला परिषद के सीईओ का कहना है कि इस मामले पर उन्होंने कंपनी और विधायक के प्रतिनिधियों से अलग-अलग बात की है। हमें कंपनी से उत्तर भी मिल गया है। हालांकि ये फैसला लिया गया है कि इस मामले की जांच एक्सपर्ट डॉक्टर की ओर से की जाएगी। सीएमएचओ ने इस मामले की जांच के लिए तीन लोगों की टीम बनाई है, जो जल्द ही अपनी रिपोर्ट सौपेंगे। आपको बता दें कि कोरोना की दूसरी लहर बड़ी भयंकर थी।जिसमें ऑक्सीजन की कमी के कारण लोग दम तोड़ दिए। राज्य और सरकार ने इसके लिए कई इंतजाम किये।