श्रीलंका में राष्ट्रपति का चुनाव हो चुका है। रानिल विक्रमसिंघे ने 134 वोट हासिल कर चुनाव जीत लिया है। रानिल विक्रमसिंघे श्रीलंका के राष्ट्रपति होंगे। रानिल विक्रमसिंघे राष्ट्रपति पद की दौड़ में सबसे आगे थे। बता दें कि श्रीलंका की 225 सदस्यीय संसद में रानिल विक्रमसिंघे के खिलाफ एसएलपीपी सांसद डलास अल्हाप्परुमा सत्ताधारी पार्टी के उम्मीदवार थे। विक्रमसिंघे ने डलास अल्हाप्परुमा को हराकर श्रीलंका के नए राष्ट्रपति बने। आर्थिक संकट से जूझ रहे श्रीलंका में अभी हालात सुधरे नहीं है।
तत्कालीन राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे के देश छोड़ने के बाद से भाग जाने और उनके इस्तीफा देने बाद रानिल विक्रमसिंघे ने कार्यवाहक राष्ट्रपति की भूमिका निभा रहे थे। जब वे प्रधानमंत्री थे, तब उन्हें कार्यवाहक राष्ट्रपति की जिम्मेदारी दी गई थी। देश में उपजे संकट के बीच अब विक्रमसिंघे पर बड़ी जिम्मेदारी है। देश में हो रहे प्रदर्शन और आर्थिक संकट से उबरने के लिए विक्रमसिंघे क्या कदम उठाते है यह देखना बड़ा ही दिलचस्प होगा। क्योंकि जिस तरह देश का माहौल है और पिछले दिनों राष्ट्रपति भवन और पीएम आवास में प्रदर्शनकारियों ने कब्ज़ा जमाया था। उसे भूला नहीं जा सकता है।
गौरतलब है कि श्रीलंका की 225 सदस्यीय संसद में राष्ट्रपति चुनाव के लिए एक उम्मीदवार को जीतने के लिए 113 से अधिक वोट की जरूरत होती है। बुधवार को राष्ट्रपति चुनाव में रानिल विक्रमसिंघे को 134 वोट मिले।
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