रूस ने यूक्रेन में फंसे नागरिकों को निकालने के लिए युद्ध विराम की घोषणा की है। रूस ने दो युद्धग्रस्त इलाकों से नागरिकों को निकालने के लिए मानवीय गलियारे खोलने का ऐलान किया है। बता दें कि रूस 24 फरवरी से यूक्रेन पर हमला शुरू किया है। इस बीच शनिवार को 229 भारतीयों को लाया गया। कहा जा रहा है कि आज लगभग 2000 नागरिकों को भारत लाया जा सकता है।
रूसी मीडिया के अनुसार, यह युद्ध विराम यूक्रेन के दो इलाकों में फंसे नागरिकों को निकालने के लिए किया गया। रिपोर्ट में कहा गया है कि रूस यूक्रेन सैनिकों के साथ मिलकर नागरिकों को निकालने के लिए राजी हो गया है। युद्ध के बीच फंसे नागरिकों को दक्षिण पूर्व में मारियुपोल के बंदरगाह के साथ वोल्नोवाखा के पूर्वी शहर से निकलने के लिए कहा गया है। हालांकि यह नहीं बताया गया है कि यह युद्ध विराम कितने समय का है। यानी ये रास्ते नागरिकों के लिए कब खुले रखने के लिए रजामंदी बनी है।
बता दें यूक्रेन में बड़े पैमाने पर भारतीय नागरिक भी रह रहे हैं। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार यहां 20,000 के आसपास भारतीय नागरिक है, जिनमें कई हजार छात्र शामिल है। यूक्रेन में युद्ध की शुरुआत से ही भारतीय छात्रों को निकालने की कवायद शुरू की गई।
हालांकि, रूस की आक्रामकता से खाने पीने के सामानों के मिलने में परेशानी हो रही है। बावजूद इसके, भारतीय छात्रों को यूक्रेन के पड़ोसी देशों की सीमाओं पर पहुंचने के लिए कहा जा रहा है। जहां से उन्हें विशेष विमानों भारत भेजा जा रहा है।इसके लिए केंद्र की मोदी सरकार ने अपने चार केंद्रीय मंत्रियों को इन देशों समन्वय के लिए भेजा है।
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