जब संसद का शीतकालीन सत्र चल रहा था, तभी दो युवक सुरक्षा व्यवस्था तोड़कर हॉल में घुस गए ये दोनों युवा सांसद बेंच से भाग खड़े हुए, जब कुछ सांसद उन्हें गिरफ्तार करने के लिए आगे आए तो इन दोनों ने स्मोक कैन के जरिए सदन में पीला धुआं फैला दिया।इस घटना के बाद देश में सनसनी मच गई|दोनों युवकों को विजिटर पास के सहारे सभागार के ऊपर दर्शक दीर्घा में बैठाया गया।
वहां से दोनों सभागार में कूद पड़े, लेकिन सवाल उठ रहा था कि आखिर किस नेता/विशेषज्ञ ने इन दोनों के लिए विजिटर पास बनवाया| घटना के कुछ देर बाद इस सांसद का नाम सामने आया| भाजपा के मैसूर सांसद प्रताप सिंह के कार्यालय ने दोनों युवाओं को विजिटर पास जारी किए थे|
लखनऊ के सागर शर्मा और मैसूर के डी. मनोरंजन ने सांसद प्रताप सिंह के कार्यालय से प्राप्त विजिटर पास की मदद से लोकसभा की दर्शक दीर्घा तक पहुंच हासिल की थी। इस बीच इस मामले में सांसद प्रताप सिंह से पूछताछ की गई| लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने इस मामले में प्रताप सिंह से स्पष्टीकरण मांगा था| इसका जवाब देते हुए प्रताप सिंह ने कहा कि दोनों आरोपियों में से एक के पिता ने मुझसे विजिटर पास मांगा था|
सांसद प्रताप सिंह ने लोकसभा स्पीकर को दी अपनी सफाई में कहा,आरोपी के पिता ने मुझसे लोकसभा विजिटर पास मांगा| क्योंकि उनका बेटा नए संसद भवन का दौरा करना चाहता था। साथ ही आरोपी सागर शर्मा प्रताप सिंह का निजी सहायक है और लगातार कार्यालय से संपर्क कर पास की मांग कर रहा था| प्रताप सिंह ने लोकसभा अध्यक्ष से कहा कि इन दोनों आरोपियों के बारे में मेरे पास इतनी ही जानकारी है|
ऑडिटोरियम में धावा बोलने वाले इन दोनों युवकों से सुरक्षा एजेंसियां पूछताछ कर रही हैं। इसके साथ ही इस मामले में दो और लोगों को गिरफ्तार किया गया है| एक महिला और एक युवती संसद के बाहर नारे लगा रही थीं, जबकि सागर और मनोरंजन सदन में विरोध प्रदर्शन कर रहे थे| नीलम (42) और अमोल शिंदे (25) को पुलिस ने संसद के बाहर पकड़ लिया। नीलम और अमोल शिंदे दोनों ने कहा, “तानाशाही नहीं चलेगी (तानाशाही नहीं चलेगी), मणिपुर को न्याय दो।” महिलाओं के खिलाफ हिंसा बर्दाश्त नहीं की जाएगी|
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