उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर में शुक्रवार को होली के अवसर पर निकाले गए परंपरागत ‘लाट साहब जुलूस’ के दौरान कुछ शरारती तत्वों ने पत्थर फेंकने की कोशिश की। हालांकि, पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए उन्हें खदेड़ दिया। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें पुलिस को हालात संभालते हुए देखा जा सकता है।
शाहजहांपुर के पुलिस अधीक्षक राजेश एस. ने इस घटना पर सफाई देते हुए कहा, “लाट साहब का जुलूस पूरे साढ़े सात किलोमीटर का था और सुरक्षा के मद्देनजर पुलिस बल तैनात था। इसी दौरान चार-पांच बच्चों ने पुलिस पर पत्थर फेंकने की कोशिश की, जिन्हें तत्काल खदेड़ दिया गया। हालांकि, सोशल मीडिया पर इसे लाठीचार्ज की अफवाह के रूप में फैलाया जा रहा है, जो पूरी तरह गलत है।”
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि शहर में कानून-व्यवस्था की कोई समस्या नहीं है और जुमे की नमाज के साथ-साथ जुलूस भी शांतिपूर्वक संपन्न हुआ।
शाहजहांपुर की अनूठी परंपरा:
गौरतलब है कि शाहजहांपुर में होली पर ‘लाट साहब जुलूस’ निकालने की अनूठी परंपरा वर्षों से चली आ रही है। इस दौरान एक व्यक्ति को ‘लाट साहब’ के रूप में चुना जाता है, जिसका चेहरा ढंककर उसे जूते-चप्पलों की माला पहनाई जाती है और बैलगाड़ी पर बैठाकर पूरे शहर में घुमाया जाता है। जुलूस के दौरान रंगों की बौछार के साथ-साथ जूते और झाड़ू मारकर ‘लाट साहब’ का स्वागत किया जाता है।
यह जुलूस दो भागों में निकाला जाता है, जिन्हें छोटे लाट साहब और बड़े लाट साहब के रूप में जाना जाता है। इस आयोजन को लेकर शहरवासियों में काफी उत्साह रहता है और यह शाहजहांपुर की सांस्कृतिक पहचान का हिस्सा बन चुका है। हालांकि, इस बार जुलूस के दौरान असामाजिक तत्वों द्वारा माहौल बिगाड़ने की कोशिश की गई, लेकिन पुलिस की सतर्कता से स्थिति को तुरंत नियंत्रित कर लिया गया।
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