गाजीपुर/मुंबई। गाजीपुर के सैदपुर विधानसभा सीट से सपा विधायक सुभाष पासी ने सपा प्रमुख अखिलेश यादव को पत्र लिखकर पार्टी से इस्तीफा दे दिया,विधायक सुभाष पासी को बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने पार्टी की सदस्यता दिलायी। गौरतलब है कि कुछ दिन पहले सुभाष पासी ने गृहमंत्री अमित शाह और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से लखनऊ में मुलाकात की थी। सुभाष पासी दो बार सैदपुर सीट से विधायक हैं। 1996 में बीजेपी के टिकट पर महेंद्र नाथ बीजेपी के टिकट पर जीते थे। इसके बाद 2002 और 2007 में बसपा के कैलाश नाथ सिंह और दीनानाथ पांडेय की जीत हुई थी, 2012 और 2017 के विधानसभा चुनावों में सपा के टिकट पर सुभाष पासी ने जीत दर्जकर विधानसभा पहुंचे।
कुछ दिन पहले ही समाजवादी पार्टी ने सुभाष पासी की पत्नी को सपा महिला सभा का राष्ट्रीय सचिव नियुक्त किया था। इससे पहले सुभाष पासी ने गृहमंत्री अमित शाह और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से लखनऊ में मुलाक़ात की थी। अगर सैदपुर विधानसभा के चुनावी नतीजे की बात करें तो यहां जातिगत समीकरण हमेशा से ही हावी रहे हैं, यहां दलित और यादव वोटर चुनाव की हार-जीत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, यहां कुल वोटरों की संख्या 3 लाख 55 हजार 181 है. दलित वोटरों की संख्या 75 हजार और यादव वोटरों की संख्या 70 हजार है, मुस्लिम 26 हजार, कुशवाहा 22 हजार, बिंद 11 हजार, चौहान 12 हजार, राजभर 33 हजार और ब्राह्मण मतदाता 17 हजार हैं।
सुभाष पासी मूल रूप से नगर पंचायत सैदपुर के मालवीय नगर के रहने वाले हैं। उनकी पत्नी का नाम रीना पासी है, जो जिला पंचायत अध्यक्ष रह चुकी हैं। सुभाष पासी ने सबसे पहले वर्ष 2012 में चुनाव लड़ा और विधायक बन गए. इनका मुख्य कारोबार मुंबई में है और परिवार के साथ ये वहीं रहते हैं। माना जा रहा है कि सुभाष पासी के अलावा ब्लॉक प्रमुख, जिला पंचायत सदस्य भी बीजेपी में शामिल होंगे, इसके साथ ही बहुजन समाज पार्टी के भी कई नेताओं के बीजेपी में शामिल होने की बात कही जा रही है।