स्पाइसजेट की एक उड़ान (SG-8363) 1 सितंबर को दिल्ली से नासिक के लिए उड़ान भरने वाली थी। विमान के उड़ान भरने के कुछ क्षण बाद, पायलट ने देखा कि विमान का ऑटो पायलट सिस्टम काम नहीं कर रहा है। उसके बाद हवाई यातायात नियंत्रण कक्ष की अनुमति के बाद विमान को दिल्ली हवाईअड्डे पर सफलतापूर्वक उतारा गया।
पिछले कुछ महीनों में स्पाइसजेट विमान से जुड़ी घटनाओं की श्रृंखला में यह पहला महीना है। नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) के निर्देश के मुताबिक स्पाइसजेट एयरलाइन आधी क्षमता यानी 50 प्रतिशत तक ही उड़ान भर रही है। 19 जून से 5 जुलाई तक स्पाइसजेट के विमानों में आठ बार खराबी आने का खुलासा हुआ था| उसके बाद डीजीसीए ने इन एयरलाइंस पर आठ हफ्ते का बैन लगा दिया था|
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