महाकुंभ मेले में शामिल होने के लिए देशभर से कई श्रद्धालु प्रयागराज पहुंचने की कोशिश कर रहे हैं। ट्रेनें खचाखच भरी हुई हैं| इसी तरह शनिवार (15 फरवरी) की रात नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर प्रयागराज के लिए ट्रेन पकड़ने के दौरान भगदड़ मच गई| जानकारी सामने आ रही है कि इस हादसे में 18 यात्रियों की मौत हो गई| सूत्रों ने जानकारी दी है कि मृतकों में 9 महिलाएं, पांच बच्चे और चार पुरुष यात्री शामिल हैं| 10 से ज्यादा यात्री घायल हो गए हैं|
घटना के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह समेत कई नेताओं ने शोक व्यक्त किया है| लेकिन भगदड़ मची कैसे? इसको लेकर कई लोगों के मन में सवाल है| 40 साल से अधिक समय तक दिल्ली रेलवे स्टेशन पर सेवा देने वाले एक कुली ने बताया कि कैसे कल की चौंकाने वाली घटना घटी।
समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए हमलावरों में से एक ने शनिवार को नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर जो कुछ हुआ उसका विवरण दिया। उन्होंने कहा, ”मैं 1981 से इस स्टेशन पर कुली के तौर पर काम कर रहा हूं| इतनी भीड़ मैंने पहले कभी नहीं देखी| प्रयागराज के लिए स्पेशल ट्रेन रवाना की गई। यह प्लेटफार्म नं. 12 पर आने वाली थी|
#WATCH | Stampede at New Delhi railway station | A porter (coolie) at the railway station says "I have been working as a coolie since 1981, but I never saw a crowd like this before. Prayagraj Special was supposed to leave from platform number 12, but it was shifted to platform… pic.twitter.com/cn2S7RjsdO
— ANI (@ANI) February 16, 2025
लेकिन अचानक वह प्लेटफॉर्म नं. रेलवे ने निर्देश दिया है कि यह 14 को आयेगा| इसलिए प्लेटफार्म नंबर पर 12 के यात्री 16 को दौड़ा| साथ ही बाहर से आने वाले यात्री भी उसी समय प्लेटफार्म नं. 14 तक जाने लगा| इससे भगदड़ और भगदड़ मच गई।”
पुलिस ने समय पर नहीं की मदद: “भगदड़ जैसी स्थिति उत्पन्न होने का एहसास होने पर सभी हमाल भाई दौड़कर आए और यात्रियों के लिए रास्ता साफ कर दिया। हमने प्लेटफॉर्म पर पड़े शवों को बाहर निकाला और एंबुलेंस में डाला| हमने खुद 15 शव एंबुलेंस में डाले, बाकी कुछ पता नहीं|
हमने प्लेटफॉर्म पर जो देखा वो बेहद चौंकाने वाला था| प्लेटफार्म पर कपड़े, जूते और अन्य सामान फैला हुआ था। उसमें लाशें पड़ी हुई थीं| तस्वीर इतनी भयानक थी कि मैंने रात का खाना भी नहीं खाया| हम सभी हमाल तीन घंटे तक रहे थे, लेकिन पुलिस ने सही समय पर मदद नहीं की,” हमलावर ने कहा।
रेलवे ने क्या कहा?: हालांकि हमाल और प्रत्यक्षदर्शियों ने घटना पर अलग-अलग प्रतिक्रिया दी है, लेकिन रेलवे ने भी स्पष्टीकरण दिया है। उत्तर रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी हिमांशु उपाध्याय ने एएनआई को बताया कि शनिवार रात को कोई भी ट्रेन रद्द नहीं की गई|
#WATCH | Delhi: Chief Public Relations Officer of Northern Railway, Himanshu Shekhar Upadhyay, says, "This time, an unprecedented number of devotees are arriving at the Maha Kumbh. We are operating an unprecedented and record number of special trains for the ease of passengers.… pic.twitter.com/Nh2Omjx9zi
— ANI (@ANI) February 16, 2025
14 तारीख को प्रयागराज एक्सप्रेस आ रही थी| यात्री इस ट्रेन का इंतजार कर रहे थे| इस प्लेट नं. 12 को स्पेशल ट्रेन की घोषणा की गयी| इसके चलते 14 प्लेटफॉर्म नं. से ऊपर यात्री प्लेटफार्म नं. 12 पर जाने लगा. इससे भगदड़ मच गई।
इसके अलावा प्लेटफॉर्म पर दुकान चलाने वाले रवि नाम के शख्स ने एएनआई को बताया कि जब भगदड़ मची तो मैं दुकान में था| कल सभी ट्रेनें देरी से चल रही थीं| उक्त घटना रात साढ़े नौ बजे के बीच की है|
प्रयागराज और मडवाडी नामक दो ट्रेनें एक साथ शुरू हुई थीं। सारी भीड़ पुल पर थी, लेकिन प्लेटफार्म खाली था| स्पेशल ट्रेन दूसरे पुल से गुजरने वाली थी, इसलिए पुल पर भीड़ बढ़ गयी|इतनी भीड़ हमने कभी नहीं देखी|
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