तालिबानी जुल्म: महिला गवर्नर को बनाया बंधक, न्यूज़ चैनलों में महिला एंकर्स बैन

तालिबानी जुल्म: महिला गवर्नर को बनाया बंधक, न्यूज़ चैनलों में महिला एंकर्स बैन
काबुल। तालिबान ने अफगानिस्तान पर कब्जा करने के बाद महिलाओं पर जुल्म ढहाने शुरू कर दिया है। जबकि तालिबान ने ऐलान किया था कि महिलाओं को उनके अधिकार देगा, लेकिन तालिबान अपने वादे से मुकरते हुए अफगानिस्तान के बल्ख प्रांत की एक महिला गवर्नर सलीमा मजारी को बंधक बनाया है। बताया जा रहा है तालिबान के खिलाफ आवाज उठाने पर मजारी को बंधक बनाया गया है। दूसरी ओर तालिबान ने सरकारी और निजी संस्थानों को भी निशाना बना रहा है। न्यूज़ चैनलों में महिलाओं को बैन कर अपने आदमियों को रख रहा है।
 
महिला गवर्नर को बनाया बंधक: मालूम हो कि सलीमा मजारी अफगानिस्तान में पहली महिला गवर्नरों में से एक रही हैं। उन्हें कुछ साल पहले ही बल्ख के चाहत किंत जिले का गवर्नर चुना गया था। पिछले महीने ही जब तालिबान ने एक के बाद एक सभी प्रांतों पर धावा बोलना शुरू किया, तो सलीमा ने भागने के बजाय मुकाबला करने का फैसला किया। हालांकि, उनके जिले के तालिबान द्वारा घेरे जाने के बाद आखिरकार बल्ख को भी सरेंडर करना पड़ा।
महिला न्यूज एंकर बैन: तालिबान ने अब धीरे-धीरे सरकारी दफ्तरों के साथ निजी संस्थानों को निशाना बनाना भी शुरू कर दिया है। न्यूज चैनलों में अब महिला एंकरों को बैन कर दिया गया है। इसकी जगह तालिबान ने अब अपने लोगों को प्रेजेंटर की जिम्मेदारी सौंपी है। नौकरी से निकाले जाने के बाद एक अफगान न्यूज एंकर ने कहा, ‘मैं अब क्या करूंगी, अगली पीढ़ी के पास कोई काम नहीं होगा। 20 साल में जो कुछ भी हासिल किया है वह सब चला जाएगा। तालिबान तालिबान है, वे नहीं बदले हैं।
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