कट्टरपंथी संगठन हिज्ब-तहरीर को लेकर राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने कार्रवाई की है| एनआईए ने हिज्ब-तहरीर संगठन के खिलाफ अभियान शुरू किया है, जो भारत को इस्लामिक शासन बनाने की साजिश रच रहा है।तमिलनाडु में एनआईए ने लगभग 11 स्थानों पर छापेमारी की है|यह संगठन दुनिया भर के कई देशों में प्रतिबंधित है।
बता दें कि यह संगठन दुनियाभर के कई देशों में प्रतिबंधित है। युवाओं का ब्रेनवॉश करके देशविरोधी कामों में लगाने के आरोप में चेन्नई सेंट्रल क्राइम ब्रांच ने मुकदमा दर्ज किया था। अब इस मामले को एनआईए को सौंप दिया गया है। चेन्नई सेंट्रल क्राइम ब्रांच के मुताबिक, रोया पेट्टा के पिता-पुत्र और उनके साथियों ने हिज्ब उत तहरीर में शामिल होने के लिए लोगों का ब्रेनवॉश किया था। चेन्नई सेंट्रल क्राइम ब्रांच ने इन युवकों के खिलाफ देश विरोधी गतिविधियों में ब्रेनवॉश करने का मामला दर्ज किया था| क्राइम ब्रांच ने आतंकवाद से जुड़ा मामला एनआईए को सौंप दिया है|
ऐसे ही मामले में पहले गिरफ्तार किए गए कुछ आरोपियों से भी पूछताछ की जा रही है|जांच के दौरान जानकारी मिलने के बाद एनआईए ने पुदुकोट्टई, कन्याकुमारी और तांबरम समेत 11 जगहों पर कार्रवाई की|
हिज्ब-उत-तहरीर भड़काऊ तकरीर सुनाकर युवाओं को बरगलाने की कोशिश करता है। यह युवाओं को जिहाद के लिए तैयार करने के अलावा उन्हें हथियारों की ट्रेनिंग भी देता है। यहां तक की कट्टरपंथी आतंकवादी संगठन जैविक हथियार बनाने की भी ट्रेनिंग देता है। हिज्ब-उत-ताहिर धर्म परिवर्तन में भी शामिल रहता है। इसके अलावा लव जिहाद की घटनाओं में भी उसका हाथ पाया गया है।
मध्य प्रदेश में हिज्ब-तहरीर से जुड़े 16 लोगों को गिरफ्तार किया गया| इनमें से आधे वे थे जो धर्म परिवर्तन के बाद मुसलमान बन गये। इस कट्टरपंथी संगठन का मकसद इस्लामिक राष्ट्र बनाना है| उनकी एक वेबसाइट भी है जो कहती है कि अल्लाह में अविश्वास खत्म किया जाना चाहिए। इस संगठन की स्थापना 1952 में यरुशलम में हुई थी|
यह भी पढ़ें-
यूक्रेन में संघर्ष के शीघ्र समाधान और शांति एवं स्थिरता की बहाली के लिए भारत का समर्थन!