कोई भी देश अकेले आतंकवाद से नहीं लड़ सकता। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने उम्मीद जताई कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय को एकजुट होकर कंधे से कंधा मिलाकर लड़ाई लड़नी चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि सीमा पार से उत्पन्न होने वाले खतरे और इससे उत्पन्न होने वाली चुनौतियां जटिल हैं। वह केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा आयोजित ‘मनी फॉर टेरर मिनिस्ट्रियल कॉन्फ्रेंस’ में बोल रहे थे।
अमित शाह ने कहा, ‘आतंकवादियों के पनाहगाहों में वित्तीय कार्रवाई के अलावा उनकी अनियंत्रित गतिविधियों पर लगाम लगाना जरूरी है| सभी देशों को अपने भू-राजनीतिक हितों को आगे बढ़ाते हुए और भी कई बातों का ध्यान रखने की जरूरत है। कुछ देश आतंकवाद को बढ़ावा देना जारी रखते हैं। हम मानते हैं कि आतंकवाद की कोई अंतरराष्ट्रीय सीमा नहीं होती। इसलिए आतंकवाद से लड़ने के लिए जरूरी है कि राजनीति को किनारे रखकर आपस में सहयोग की नीति तय की जाए।
आतंकवाद के खतरे को रोकने के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आवश्यकता है। सभी देशों, सभी संगठनों को एक दूसरे के साथ बेहतर और अधिक प्रभावी तरीके से सहयोग करने का संकल्प लेना चाहिए। धार्मिक कट्टरवाद को बढ़ावा देने वाले संगठनों, उनमें भाग लेने वाले युवाओं की पहचान करने और उनको जल्दी से खत्म करने की जरूरत है।
यह भी पढ़ें-
आफताब के घर शादी की चर्चा करने गए थे,श्रद्धा के पिता का बड़ा खुलासा!