अडानी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड (एजीईएल) द्वारा प्रायोजित और साइंस म्यूजियम द्वारा क्यूरेट की गई इस गैलरी का उद्घाटन पिछले साल 26 मार्च को अदाणी समूह के अध्यक्ष गौतम अडानी ने किया था।
अडानी ग्रुप की कंपनी ने बयान में कहा, “गैलरी में यह बताया गया है कि जलवायु परिवर्तन को सीमित करने के लिए विश्व किस प्रकार अधिक स्थायी तरीके से ऊर्जा का उत्पादन और उपयोग कर सकता है, जिससे कार्बन उत्सर्जन को तत्काल कम किया जा सके।”
गैलरी ने पिछले वर्ष विभिन्न संगठनों के लिए 40 से अधिक क्यूरेटर-नेतृत्व वाले टूर की मेजबानी की, जिनमें जलवायु परिवर्तन समिति, मेट ऑफिस, विश्व ऊर्जा परिषद, यूनिवर्साइंस और कई यूके सरकारी विभाग शामिल थे।
गैलरी ने अपनी कम कार्बन वाली ईंट बेंच प्रदर्शनी के लिए इनोवेशन श्रेणी में प्रतिष्ठित ‘2024 ब्रिक अवार्ड्स’ भी जीता है।
अडानी ग्रीन एनर्जी गैलरी ने हाल ही में एक यूनिक डीकार्बोनाइजेशन ट्रैकर को प्रदर्शनी में अपडेट किया है, जो प्रत्येक वर्ष में आपूर्ति की गई बिजली की प्रत्येक यूनिट के लिए वायुमंडल में कितने ग्राम कार्बन डाइऑक्साइड (सीओटू) उत्सर्जित हुई, इसका पता लगाकर ब्रिटेन की बिजली आपूर्ति की कार्बन तीव्रता को दर्शाता है।
यह एक निःशुल्क गैलरी है जो “दिखाती है कि कैसे भूत, वर्तमान और भविष्य मानव कल्पना और इनोवेशन द्वारा आकार लेते हैं और साथ ही इसमें बताया गया है कि कैसे हम सभी को अपने ऊर्जा भविष्य को निर्धारित करने में भूमिका निभानी है।” अडानी ग्रीन एनर्जी, अदाणी ग्रुप की कंपनी है जो कि रिन्यूएबल एनर्जी सेक्टर में कार्य करती है।
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