Atiq Ahmed Murder Case: इन कोड वर्ड में छुपा है अतीक के गुनाहों का राज!

यूपी पुल‍िस को अतीक के घर से एक डायरी का ह‍िस्‍सा बरामद हुआ।

Atiq Ahmed Murder Case: इन कोड वर्ड में छुपा है अतीक के गुनाहों का राज!

प्रयागराज के माफ‍िया डॉन अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की प‍िछले द‍िनों गोली मार कर हत्‍या कर दी गई थी। इससे पहले उसका बेटा असद भी अपने साथी के साथ यूपी एसटीएफ के एनकाउंटर में ढेर हो गया था। माफ‍िया डॉन की अतीक की पत्‍नी शाइस्‍ता और दूसरे कई अपराध‍ियों की यूपी पुल‍िस सरगर्मी से तलाश कर रही है।

वहीं उमेश पाल हत्याकांड में अब एक नया खुलासा हुआ है। दरअसल माफिया अतीक अहमद ने साबरमती जेल में बंद होने के दौरान अपने भाई अशरफ, बेटे असद और उमेश पाल हत्याकांड में शामिल सभी लोगों को अलग-अलग नाम दिए हुए थे। सभी आरोपी फेस टाइम पर कोड नेम से आईडी बनाकर बात करते थे।

जैसे BADE-006- ये फेस टाइम ID और कोड नेम अतीक अहमद का था, CHOTE-007- ये कोड नेम अशरफ का था, Ansh_yadav00- ये कोड नेम अतीक के बेटे असद का था, Thakur008- ये कोड नेम गुड्डू मुस्लिम का था, Bihar Tower- ये कोड नेम शूटर अरमान का था, Advo010- ये कोड नेम अतीक के तथाकथित वकील खान सौलत हनीफ का था, Patle-009 ये कोड नेम अतीक के जेल में बंद बेटे अली का था। यानी ये साफ है क‍ि उमेश पाल हत्याकांड के दौरान अली भी बाकी आरोपियों के साथ संपर्क में था।

अतीक के शातिर दिमाग के कोड को पुलिस ने डी-कोड कर लिया है। सभी आरोपी आईफोन की मदद से फेस टाइम के जरिए इन्ही कोड नेम का इस्तेमाल कर एक दूसरे से लगातार संपर्क में थे। ये सभी आरोपी उमेश पाल की हत्या प्लानिंग से लेकर हत्या के बाद भी फेस टाइम के जरिए ही एक दूसरे से संपर्क में थे। बता दें कि उमेश के पड़ोसी नियाज ने ही सभी शूटरों को उमेश पाल की मुखबिरी की थी जिसके बाद हत्याकांड को अंजाम दिया गया था।

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