संयुक्त राष्ट्र ने इस वर्ष को अंतर्राष्ट्रीय बाजरा वर्ष घोषित किया है। इसी के चलते भारतीय रेलवे और आईआरसीटीसी ने देश की ट्रेनों में बल्क फूड आइटम्स को तरजीह देने का फैसला किया है। इसकी शुरुआत छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस से साईंनगर शिर्डी तक वंदे भारत एक्सप्रेस से होगी।
दो वंदे भारत एक्सप्रेस, शिर्डी और सोलापुर का उद्घाटन एक ही दिन मुंबई में छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस में किया जाएगा। आईआरसीटीसी इन ट्रेनों में मिलने वाले नाश्ते और खाने को लेकर भी खास ख्याल रख रहा है। ज्वार, चौलाई और रागी से बने विशेष व्यंजन आपके मनपसंद खाने के लिए उपलब्ध हैं। दोनों ट्रेनों में साबूदाना-मूंगफली की खिचड़ी, ज्वारी भाकरी-बेसन पोला, ज्वारी उपमा, मूंगफली चिवड़ा और भादंग जैसे नाश्ते के विकल्प हैं।
खाने के लिए ऑथेंटिक झुनका, मूंगफली पुलाव, ग्रेन स्लाव जैसे विकल्प मौजूद हैं. इसके साथ ही यात्रियों को ज्वारी, बजरी या नचनी रोटी मिलेगी। शाम के नाश्ते में शेगाव की मशहूर कचौरी, धनिया वड़ी, मोटे अनाज की थालीपीठ, मिले-जुले अनाज की भादंग, साबूदाना वड़ा जैसे विकल्प होते हैं| सोलापुर वंदे भारत एक्सप्रेस में मांसाहारी खाने के लिए सावजी चिकन, चिकन कोल्हापुरी, तंबाडा रस्सा मिलेगा|
इन खाद्य पदार्थों के क्षेत्रीय स्वाद को बरकरार रखने के लिए स्थानीय महिला स्वयं सहायता समूहों द्वारा बनाए गए व्यंजनों को प्राथमिकता दी जाएगी। रेलवे के वरिष्ठ अधिकारियों ने कहा कि जिन जगहों पर स्वयं सहायता समूह मौजूद नहीं हैं, वहां अन्य विकल्प अपनाए जाएंगे।
यात्रियों को टिकट बुक करते समय नाश्ता और दोपहर के भोजन का चुनाव करना होगा। इसके अलावा यात्रियों को पैसे चुकाने होंगे, यह आईआरसीटीसी की ओर से स्पष्ट किया गया।
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