नई दिल्ली। कोरोना के तीसरी लहर की आशंका के बीच और दूसरी लहर के बाद भारत के नाम एक अनचाहा रिकॉर्ड जुड़ गया है जो बड़ा ही दुखदाई है। शुक्रवार को 24 घंटे में 853 मौतों के बाद देश में कोरोना से मरने वालों की संख्या चार लाख के पार हो गई है। इस तरह देखा जाय तो अमेरिका और ब्राजील के बाद भारत दुनिया का तीसरा देश है, जहां कोरोना वायरस से अब तक चार लाख से अधिक मौतें हो चुकी हैं। भारत में कोरोना से अब तक 4,00,312,अमेरिका में 6.5 लाख और ब्राजील में 5.2 लाख लोगों की मौतें हो चुकी हैं।
इस बीच शुक्रवार को देश में कोरोना वायरस के एक दिन में 46317 नए मामले मिले। वहीं इसी दौरान करीब 59384 लोग इससे ठीक भी हुए। देश में फिलहाल पांच लाख के करीब एक्टिव केस रह गए हैं और बीते पांच दिनों से कोरोना के नए मामले 50 हजार के बेंच मार्क से नीचे हैं। राहत की बात है क रिकवरी रेट बढ़कर 97.1 फीसदी हो गया है। वहीं, साप्ताहिक प़जिटिविटी रेट 2.57 पर है। स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, सबसे अधिक मामले दर्ज करने वाले शीर्ष पांच राज्यों में केरल टॉप पर है। केरल में 12,868 नए मामले मिले हैं। इसके बाद महाराष्ट्र में 9,195 मामले, तमिलनाडु में 4,481 मामले, आंध्र प्रदेश में 3,841 मामले और कर्नाटक में 3,203 मामले सामने आए हैं। देश में मिले कुल कोरोना केसों में 72 फीसदी योगदान इन्हीं पांच राज्यों का है। सिर्फ केरल में ही 27 फीसदी नए केस मिले हैं। आंकड़ों के अनुसार, अभी तक कुल 41,42,51,520 नमूनों की कोविड-19 संबंधी जांच की गई है, जिनमें से 18,80,026 नमूनों की जांच बृहस्पतिवार को की गई।
देश में नमूनों के संक्रमित आने की दैनिक दर 2.48 प्रतिशत है। यह पिछले 25 दिनों से लगातार पांच प्रतिशत से कम ही है। नमूनों के संक्रमित आने की साप्ताहिक दर भी कम होकर 2.57 प्रतिशत हो गई है। संक्रमण मुक्त हुए लोगों की संख्या लगातार 50वें दिन भी संक्रमण के नए मामलों से अधिक रही। अभी तक कुल 2,95,48,302 लोग संक्रमण मुक्त हो चुके हैं। कोविड-19 से मृत्यु दर 1.31 प्रतिशत है। देश में पिछले साल सात अगस्त को संक्रमितों की संख्या 20 लाख, 23 अगस्त को 30 लाख और पांच सितम्बर को 40 लाख से अधिक हो गई थी। वहीं, संक्रमण के कुल मामले 16 सितम्बर को 50 लाख, 28 सितम्बर को 60 लाख, 11 अक्टूबर को 70 लाख, 29 अक्टूबर को 80 लाख, 20 नवम्बर को 90 लाख के पार हो गए। देश में 19 दिसम्बर को ये मामले एक करोड़ के पार, चार मई को दो करोड़ के पार और 23 जून को तीन करोड़ के पार चले गए थे।