तीन तलाक को नहीं मानता इस्लाम !, मोदी की तारीफ

इसके बाद से तीन तलाक के मामलों में करीब 82 प्रतिशत की कमी देखी जा रही है|तीन तलाक को खत्म कर प्रधानमंत्री ने मुस्लिम महिलाओं के सामाजिक-आर्थिक, मौलिक और संवैधानिक अधिकारों को मजबूत किया है।

तीन तलाक को नहीं मानता इस्लाम !, मोदी की तारीफ

Islam does not accept triple talaq, praises Modi!

तीन तलाक से एक ओर जहां मुस्लिम समाज की महिलाओं को दो चार होना पड़ता था और उसे मानसिक व शारीरिक प्रताड़ना के साथ पुरूषों द्वारा प्रताड़ित किया जाता आ रहा था, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा अपनी दूसरी पारी में दृढ़ राजनीतिइच्छा जताते हुए महिला सशक्तिकरण की दिशा में सराहनीय कदम उठाया गया| खास कर मुस्लिम समाज में तीन तलाक से छुटकारा दिलाया गया |
 
इसके बाद से तीन तलाक के मामलों में करीब 82 प्रतिशत की कमी देखी जा रही है|तीन तलाक को खत्म कर प्रधानमंत्री ने मुस्लिम महिलाओं के सामाजिक-आर्थिक, मौलिक और संवैधानिक अधिकारों को मजबूत किया है।
 
अल्पसंख्यकों के कल्याण:अहमदिया मुस्लिम यूथ एसोसिएशन के अध्यक्ष तारिक अहमद ने एक कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जमकर तारीफ की. इस मोके पर अहमद ने कहा की पीएम ने अल्पसंख्यकों के लिए कई कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं| एनआईडी फाउंडेशन द्वारा आयोजित “ऑल इंडिया माइनॉरिटी कॉन्क्लेव -रोल ऑफ माइनॉरिटी इन अमृत काल” कार्यक्रम में कई मुस्लिम संगठनों के नेताओं ने अल्पसंख्यकों के कल्याण के लिए कई कदम उठाने के लिए पीएम मोदी की सरकार की प्रशंसा की|
 
ठोस और महत्वपूर्ण कदम:इस्लाम में महिलाओं को छोड़ने के लिए तीन तलाक प्रचलन चला आ रहा था| यही नहीं मुस्लिम मैरिज कोर्ट में इस मामले पर कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया था| आये दिन मुस्लिम महिलाएं तीन तलाक की शिकार हो रही थी| मानसिक, शारीरिक और आर्थिक रूप से शोषित हो रही थी| लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भाजपा सरकार ने अपने दूसरे कार्यकाल में तीन तलाक मुद्दे पर ठोस और महत्वपूर्ण कदम उठाया गया|
 
मोदी के तीन तलाक बिल के विधेयक को पास होने के दौरान कई मुस्लिम धर्मगुरुओं, राजनेताओं द्वारा जमकर विरोध किया गया था| जबकि मुस्लिम महिलाओं ने इसका समर्थन किया गया |
 
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