अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के बीच सोमवार को ओवल ऑफिस में हुई फोन कॉल की एक ब्लैक-एंड-व्हाइट फोटो सामने आई है, जिसने राजनीतिक और कूटनीतिक दुनिया में चर्चा पैदा कर दी। फोटो में ट्रंप को गोद में फोन पकड़े देखा जा सकता है, जबकि नेतन्याहू झुककर कागज से पढ़ते हुए कतर के प्रधानमंत्री शेख मोहम्मद बिन अब्दुलरहमान अल-थानी से माफी मांगते दिखाई दे रहे हैं।
यह कॉल इजरायली हमले के कुछ दिन बाद हुई थी, जिसमें दोहा में पांच लोग मारे गए, जिनमें एक हमास नेता का बेटा भी शामिल था। रिपोर्ट्स के अनुसार, ट्रंप इस हमले से नाराज थे और उन्होंने नेतन्याहू को कतर से माफी मांगने के लिए दबाव डाला। इस हमले ने क्षेत्रीय कूटनीति को अस्थिर कर सकता था, इसलिए ट्रंप ने तात्कालिक कार्रवाई की।
नेतन्याहू ने कॉल में हमले के लिए “गहरी खेद” व्यक्त किया, कतर की संप्रभुता का उल्लंघन स्वीकार किया और भविष्य में ऐसा न दोहराने का वचन दिया। हालांकि यह बहस का विषय है कि यह शब्द उनके अपने थे या व्हाइट हाउस के सलाहकारों द्वारा सुझाए गए थे।
फोटो की ऑप्टिक्स महत्वपूर्ण मानी जा रही हैं। ट्रंप का फोन गोद में पकड़ना और नेतन्याहू का झुककर कागज पढ़ना यह संकेत देता है कि इस स्थिति में सत्ता और दबदबा अमेरिकी राष्ट्रपति के हाथ में था। विश्लेषकों का कहना है कि यह ट्रंप के लिए एक शक्तिशाली और सार्वजनिक प्रदर्शन था, जिसमें उन्होंने इजरायल के नेता को असामान्य रूप से विनम्र स्थिति में ला दिया।

इसके साथ ही इस माफी का व्यावहारिक उद्देश्य भी था। दोहा हमले के बाद कतर, गाजा युद्धविराम वार्ता में मध्यस्थता से धीरे-धीरे दूर हो रहा था। नेतन्याहू की माफी से ट्रंप ने कतर के साथ भरोसा पुनः स्थापित करने और मध्यस्थता प्रयासों को बहाल करने की कोशिश की।
यह भी पढ़ें:
महिलाओं के सम्मान और सुरक्षा पर बोले सीएम योगी, कहा “अपराध न्यूनतम, सजा दिलाने में यूपी नंबर वन”
ताइवान बना रूस का सबसे बड़ा नैफ्था आयातक, भारत दूसरे स्थान पर



