रोजाना 25-30 ग्राम फाइबर का सेवन करने का लक्ष्य रखें। इसके अलावा, प्रोबायोटिक्स जैसे दही, छाछ और फर्मेंटेड फूड (जैसे किमची) अच्छे बैक्टीरिया को बढ़ावा देते हैं, जो आंतों के लिए फायदेमंद होते हैं।
हाइड्रेशन आंतों की सफाई का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। दिन में कम से कम 8-10 गिलास पानी पीने से मल नरम रहता है और कब्ज की समस्या कम होती है। नींबू पानी, नारियल पानी या हर्बल चाय भी आंतों को डिटॉक्स करने में मदद करते हैं। पानी की कमी से आंतों में अपशिष्ट जमा हो सकता है, जिससे पाचन संबंधी समस्याएं बढ़ती हैं।
आंतों की सफाई के लिए कुछ प्राकृतिक पेय प्रभावी हो सकते हैं। उदाहरण के लिए, सुबह खाली पेट गुनगुने पानी में नींबू और शहद मिलाकर पीना पाचन को उत्तेजित करता है। अदरक की चाय या सेब का सिरका (1-2 चम्मच पानी में मिलाकर) भी आंतों को साफ करने में सहायक है। हालांकि, इनका उपयोग सीमित मात्रा में करें और किसी विशेषज्ञ से सलाह लें।
शारीरिक गतिविधि आंतों के स्वास्थ्य को बढ़ावा देती है। योग, पैदल चलना, या हल्का व्यायाम पाचन तंत्र को सक्रिय करता है और मल त्याग को नियमित करता है। विशेष रूप से, योगासनों जैसे पवनमुक्तासन और भुजंगासन आंतों की गतिशीलता को बेहतर बनाते हैं।
प्रोसेस्ड फूड, अत्यधिक चीनी, और तैलीय भोजन आंतों में विषाक्त पदार्थों को बढ़ा सकते हैं। धूम्रपान और अत्यधिक शराब का सेवन भी पाचन तंत्र को नुकसान पहुंचाता है। इनसे बचना आंतों की सफाई के लिए जरूरी है।
आंतों की सफाई के लिए ‘कोलोन हाइड्रोथेरेपी’ या एनीमा जैसे तरीके उपलब्ध हैं, लेकिन इन्हें केवल डॉक्टर की सलाह पर अपनाएं। बिना विशेषज्ञ सलाह के अत्यधिक डिटॉक्स आहार या दवाएं हानिकारक हो सकती हैं।
कुल मिलाकर आंतों की सफाई के लिए प्राकृतिक और संतुलित जीवनशैली सबसे प्रभावी है। स्वस्थ आहार, पर्याप्त पानी, व्यायाम और अच्छी आदतें अपनाकर आप अपने पाचन तंत्र को मजबूत कर सकते हैं। किसी भी नए उपाय को शुरू करने से पहले अपने स्वास्थ्य की स्थिति के अनुसार चिकित्सक से परामर्श जरूर लें। स्वस्थ आंतें स्वस्थ जीवन की नींव हैं।
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