श्रीनगर। धारा 370 हटाए जाने के बाद पहली बार केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह कश्मीर के तीन दिवसीय दौरे पर हैं। श्रीनगर हवाई अड्डे पर उतरने के बाद उप राज्यपाल मनोज सिन्हा ने अमित शाह का स्वागत किया। इसके बाद अमित शाह आतंकी हमले में शहीद हुए पुलिसकर्मी परवेज अहमद के घर जाकर परिजनों से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने अहमद की पत्नी फातिमा को नौकरी के लिए आधिकारिक कागजात भी सौंपे।
Nowgam | HM Amit Shah visits residence of slain Insp Parvez Ahmed, who was killed by terrorists last month. During his visit, HM met Ahmed's wife Fatima Akhter & gave her official papers for a govt job
J&K LG Manoj Sinha, Union Min Jitendra Singh & DGP Dilbag Singh also present pic.twitter.com/5MCm7v4lWl
— ANI (@ANI) October 23, 2021
इस दौरान अमित शाह ने कहा कि आप अकेले नहीं हैं और पूरा देश आपके साथ है। अमित शाह ने डार के परिवार से कहा, ‘पूरा देश आपके परिवार के साथ है। हम डार और जम्मू-कश्मीर पुलिस के सर्वोच्च बलिदान को हमेशा याद रखेंगे।’ इसके साथ ही उन्होंने डार की पत्नी से भी मुलाकात की और उन्हें सरकारी नौकरी दिए जाने का वादा किया। इसके बाद अमित शाह सुरक्षा और इंटेलिजेंस अधिकारियों के साथ राजभवन में मीटिंग करेंगे और फिर अगले दिन जम्मू जाएंगे। यहां वह बीजेपी के कार्यकर्ताओं से मुलाकात करेंगे और एक भगवती नगर में एक रैली को भी संबोधित करेंगे। इसके अलावा प्रदेश के कई समुदायों के प्रतिनिधियों से भी वह मुलाकात करेंगे। दरअसल अमित शाह के दौरे को सुरक्षा व्यवस्था से जोड़कर देखा जा रहा है।
गृह मंत्री दिन में बाद में एक उच्च स्तरीय सुरक्षा समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करेंगे और श्रीनगर-शारजाह की पहली उड़ान को हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे। उनके यहां एक युवा क्लब के सदस्यों के साथ बातचीत करने की भी संभावना है। दौरे के पहले दिन अमित शाह जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर और संयुक्त अरब अमीरात के शारजाह के बीच पहली सीधी अंतरराष्ट्रीय उड़ान की शुरुआत करेंगे। अगस्त 2019 में अनुच्छेद 370 को निरस्त करने के बाद से जम्मू-कश्मीर का उनका ये पहला दौरा है।
इससे पहले शाह ने 2019 में गृह मंत्री बनने के ठीक बाद जम्मू-कश्मीर का दौरा किया था। शहर में जवाहर नगर स्थित भारतीय जनता पार्टी कार्यालय के चारों ओर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है। शेर ए कश्मीर इंटरनेशनल कंवेशन सेंटर जाने वाली सड़कों को शनिवार से 3 दिनों के लिए बंद कर दिया गया है। दरअसल, केंद्रीय मंत्री अमित शाह के वहां एक कार्यक्रम में शरीक होने की संभावना है। इसके अलावा, घाटी में हाल में हुईं आम नागरिकों की हत्याओं के मद्देनजर सुरक्षा व्यवस्था को पुख्ता करने के लिए केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) की 50 कंपनियों को जम्मू-कश्मीर में तैनात किया गया है।
शहर के कई इलाकों में और घाटी के अन्य हिस्सों में अर्द्धसैनिक बलों से युक्त बंकर बनाए गए हैं। हाल ही में, जम्मू और कश्मीर में गैर-स्थानीय लोगों की हत्याओं के बाद, केंद्र शासित प्रदेश में लगभग 700 लोगों को हिरासत में लिया गया है। पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, इनमें से कुछ को कड़े सार्वजनिक सुरक्षा अधिनियम के तहत हिरासत में लिया गया है।