CM योगी ने लखीमपुर पर राजनीति करने वालों को दिखाया आइना

कहा- हिंसा की घटना की वही राजनीति कर रहे हैं जो तालिबान के समर्थक हैं

CM योगी ने लखीमपुर पर राजनीति करने वालों को दिखाया आइना

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गोरखपुर। उत्तर प्रदेश के सीएम योगी ने लखीमपुर मामले पर राजनीति करने वालों को लताड़ लगाई है। उन्होंने आरोप लगते हुए कहा कि यह वही लोग कर रहे हैं जो तालिबान के समर्थक हैं और हिंसा पर राजनीति कर रहें हैं। जो एक तरह केवल दिखावा मात्र है। गोरखपुर के दौरे पर आये सीएम योगी ने योगिराज बाबा गंभीर नाथ प्रेक्षागृह में आयोजित कार्यक्रम में कहा कि लखीमपुर हिंसा दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने कहा कि जिस तरह से वहां जाने के लिए राजनीतिक दल उतावले हैं, इससे साफ होता है कि वे केवल राजनीतिक रोटी सेंकने में लगे हुए हैं।

तालिबान का आईना दिखाना चाहिए: सीएम आदित्यनाथ योगी ने कहा कि विपक्षी दल के नेताओं को लगा कि लखीमपुर एक बहाना है, लेकिन ऐसा नहीं हो पाएगा। ये कोई सद्भावना के दूत नहीं है। सरकार की पहली प्राथमिकता होती है शांति और सौहार्द बनाना, सरकार ने वही किया। सीएम ने कहा कि लखीमपुर का राजनीतिकरण करने वालों को तालिबान का आईना दिखाना चाहिए। देश के अंदर लखीमपुर मुद्दे का राजनीतिकरण कौन कर रहे हैं? वही जो काबुल में तालिबान का समर्थन कर रहे हैं। योगी ने कहा कि कांग्रेस शासित छत्तीसगढ़ के कर्वधा में जो हुआ, क्या वहां कोई गया इनमें से? जिन लोगों को पुलिस ने गोलियों से भूना, क्या कोई उनसे मिलने गया?
आपस में लड़ाना चाह रहे हैं: अखिलेश यादव को पढ़ने-लिखने की फुर्सत कहां है, वो तो बड़े बाप के बड़े बेटे हैं। स्वाभाविक रूप से उनकी जिंदगी है और उनकी अपनी कार्य पद्धति है। देश और दुनिया से उन्हें क्या मतलब है? उन्होंने कहा कि ओवैसी अगर कश्मीर में निशाना बन रहे हिंदुओं और सिक्खों के प्रति भी सहानुभूति व्यक्त कर देते, तो लोग उनको नेता मान लेते। जो लोग लखीमपुर में हिन्दुओं और सिक्खों को आपस में लड़ाना चाह रहे हैं, उनको कश्मीर का आईना दिखाना चाहिए। लखीमपुर का राजनीतिकरण करने वालों को तालिबान का आईना दिखाना चाहिए। देश के अंदर लखीमपुर मुद्दे का राजनीतिकरण कौन कर रहे हैं?
गलतफहमी में है: वही जो काबुल में तालिबान का समर्थन कर रहे हैं। सीएम ने कहा कि कोई अगर इस गलतफहमी में है कि उत्तर प्रदेश के अंदर वो घेराबंदी करके आम जनजीवन को ठप कर देंगे, या निर्दोष लोगों पर हमला करेंगे, तो वो लोग भी तैयार हो जाएं, हम तो तैयार ही हैं। सपा, बसपा और कांग्रेस सभी ब्राह्मण सम्मेलन कर रहे हैं, लेकिन लखीमपुर में दो ब्राह्मण भी मारे गए, क्या इनमें से कोई नेता गया उन पीड़ित ब्राह्मणों के घर? कन्नौज के नीरज मिश्रा की हत्या, क्या संतोष शुक्ला ब्राह्मण नहीं थे? कभी उनके घर गए? मैं नोएडा भी गया और बिजनौर भी। दोनों के बारे में कहा जाता था, जो सीएम वहां जाता है वो दोबारा सत्ता में लौटकर नहीं आता। हम लोग इसी मिथक को तोड़ने के लिए राजनीति में आए हैं।
हमारी सरकार आएगी: हमारी सरकार उत्तर प्रदेश में दोबारा आएगी। बता दें कि लखीमपुर हिंसा में आठ लोगों की जान गई है। योगी सरकार मृतक किसानों के परिवार को 45 लाख का मुआवजा और परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देना का ऐलान किया है।  जबकि घायलों को 10 लाख दिया जाएगा।  इस घटना के बाद से कई राजनीतिक पार्टियों के नेता 2022 के चुनाव को देखते हुए राजनीति करने में लगे हुए है।

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