जानकारी के अनुसार, संभल पुलिस ने तंत्र क्रिया के नाम पर धनवर्षा (नोटों की बारिश) का झांसा देने और इसकी आड़ में मानव तस्करी करने वाले गिरोह के एक और आरोपी को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपी दशरथ ने खुद को मथुरा की एक निजी यूनिवर्सिटी में लाइब्रेरी व इन्फोरमेशन साइंस का प्रोफेसर बताता है।
आरोपी को न्यायालय के समक्ष पेश किया गया। जहां से उसे जेल भेज दिया। पुलिस अधीक्षक कृष्ण कुमार विश्नोई ने प्रेस वार्ता में इसका खुलासा किया है। बता दें कि 21 मार्च को थाना धनारी क्षेत्र के गांव बमनपुरी के रहने वाले राजपाल ने पुलिस को सूचना दी थी कि उसकी मां की कमर में दर्ज था।
11 मार्च को वह मां का तंत्रमंत्र से इलाज करवाने के तिलए गांव के ही लाखन व रिंकू से मिला था। पुलिस के अनुसार, लाखन गिरोह का सरगना था। इसके बाद लाखन, रिंकू, अजय सिंह व दुर्जन, राजपाल को नरौरा ले गए। जहां वह लोग जिला एटा में संतोष व शिवम के साथ जबरन आगरा में अज्ञात जगह पर ले गए।
वहां से जैसे तैसे निकलकर दो दिन बाद राजपाल अपने घर पहुंचा और पुलिस को जानकारी दी। मामले में थाना पुलिस ने बीएनएस की संगीन धाराओं में मुकदमा दर्ज कर विवेचना शुरू कर दी थी। विवेचना के दौरान जब नामजद रिंकू, अजय, संतोष, दुर्जन आदि से पूछताछ की गई व उनके मोबाइल खंगाले तो पाया गया कि ये सभी अभियुक्त अंतरराज्यीय धनवर्षा ठगी गिरोह के सदस्य हैं।
जो तंत्र क्रिया के माध्यम से धन वर्षा (नोटों की बारिश) का झांसा देकर भोले भाले गरीब परिवार की लड़कियों व लड़कों की तस्करी कर यौन शोषण करते है और वन्य जीव की तस्करी भी करते हैं। इस मामले में 28 मार्च को पुलिस ने 14 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था।
एसपी कृष्ण कुमार विश्नोई ने बताया कि गिरफ्तार डीएन त्रिपाठी जो न्यायिक हिरासत में है के मोबाइल से कई ऑडियो रिकॉर्डिंग प्राप्त हुई थीं। जिसमें लड़की को लाकर तांत्रिक द्वारा काम कराने की बात हो रही थी। डीएन त्रिपाठी ने पुलिस को बताया था कि यह बातचीत मथुरा निवासी डीएस सिसोदिया से हो रही थी।
विवेचना के क्रम में पुलिस ने मथुरा की शास्त्रीनगर कॉलोनी निवासी दशरथ सिंह उर्फ डीएस सिसोदिया को जब पूछताछ के लिए बुलाया गया तो दशरथ सिंह के मोबाइल से भी अन्य अभियुक्तों की तरह कई लड़कियों के वीडियो, फोटो व धनवर्षा गैंग के कोड वर्ड में बातचीत की चैट इत्यादि दिखीं।
दशरथ सिंह से जब इन सबके बारे में पूछताछ की गई तो उसने बताया कि वह भी धनवर्षा तांत्रिक क्रिया में विश्वास रखता है और वह लगभग तीन वर्ष से इस गिरोह से जुड़ा हुआ है। वह भी यौन शोषण के लिए लड़कियों को सप्लाई करने का कार्य करता था। आरोपी धनवर्षा गैंग में लड़कियों को तांत्रिक गुरू तक पहुंचाने का कार्य करता था।
आरोपी प्रोफेसर के द्वारा पांच फीट छह इंच लंबाई वाली लड़कियों की पूरी डिटेल फॉर्म में भरवाता था। पुलिस ने दशरथ को गिरफ्तार कर न्यायिक अभिरक्षा में भेजा जा रहा है। प्रेस वार्ता के दौरान एएसपी दक्षिणी अनुकृति शर्मा भी उपस्थित रहीं।
पुलिस ने प्रोफेसर के फोन से लड़कियों की फीते से लंबाई नापते हुए वीडियो, धन वर्षा कराते हुए वीडियो और कई लड़कियों के आपत्तिजनक फोटो और वीडियो मिले हैं। कुछ फोटो में लड़कियां निर्वस्त्र हाल में फर्श पर भी दिखाई दे रही हैं। इसके अलावा उनके पास तंत्र क्रिया का सामान भी रखा दिखाई दे रहा है।
संभल के थाना धनारी पुलिस ने तंत्र क्रिया के नाम पर मानव व प्रतिबंधित वन्य जीवों की तस्करी करने वाले अंतरराज्यीय गिरोह का भंडाफोड़ किया है। पुलिस ने गिरोह के 14 सदस्यों को गिरफ्तार कर मोबाइल फोन, तंत्र सामग्री, एक कछुआ, हथियार आदि सामान बरामद किया है। शुक्रवार को एसपी कृष्ण कुमार विश्नोई ने संभल में प्रेस वार्ता के दौरान खुलासा किया।
तंत्र क्रिया करने से पहले गुरु या कारीगर (कोड नाम) लड़की का वीडियो बनवाता है। उसके हाथ में एक कागज देकर एक फोटो खींची जाती है। इसके अलावा अन्य चीजें भी देखी जाती हैं। इसके बाद गिरोह के सदस्य लड़की को गुरु कारीगर के पास लेकर जाते हैं, जो की एकांत में लड़की पर तंत्र क्रिया का नाटक करता है।
इसमें तांत्रिक लड़की को अचेत करते हुए दैवी शक्ति का भय दिखाकर संबंध बनाते हैं। पुलिस का दावा है कि ऐसे कई प्रमाण इस गिरोह के सदस्यों के मोबाइल से प्राप्त हुए हैं। इसी प्रकार पीड़ित राजपाल की भी यही विशेषता थी कि वह उल्टा पैदा हुआ था और किसी भी जानवर कुत्ते या बंदर के द्वारा काटा नहीं गया था। आरोपी रिंकू व अजय को पांच लाख का प्रलोभन दिया गया था।
धन वर्षा नोटों की बारिश के नाम पर वाले अंतरराज्यीय गिरोह का एक और सदस्य गिरफ्तार किया गया है। उसके पास से मोबाइल की ऑडियो और वीडियो के माध्यम से तंत्र मंत्र के कुछ साक्ष्य मिले हैं। हालांकि अभी तक कोई पीड़िता सामने नहीं आई है। जांच कर विधिक कार्रवाई की जा रही है।
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