नई दिल्ली। देश के हरेक गाँव-देहात में घर-घर नल का पानी पहुंचाने के उद्देश्य से आरंभ की गई जल जीवन मिशन योजना के तहत केंद्र सरकार ने यूपी के लिए बड़ी आर्थिक घोषणा की है। केंद्रीय जलशक्ति मंत्रालय ने इसके लिए यूपी को 2400 करोड़ रुपए का फंड दिया है, जबकि मंत्रालय का कुल फंड ही करीब 10 हजार करोड़ रूपए का है। केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने यह फंड देते हुए राज्य को 2024 तक हरेक ग्रामीण घर को नल का पानी दिए जाने के लिए पूरी तरह सहयोग किए जाने का आश्वासन दिया है।
महिलाओं-बालिकाओं को मिलेगी राहत: शेखावत ने इस दौरान बताया कि इस योजना के जरिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का ध्येय देश भर के हरेक गाँव-देहात में घर-घर नल का पेयजल पहुंचा कर वहां की महिलाओं और बालिकाओं को दूरदराज से पानी ढोकर लाने की कष्टदायी झंझट से निजात दिलाना है। 2019-2020 में केंद्र सरकार से इसके लिए यूपी को 1206 करोड़ रूपए का फंड मिला था। 2020-2021 में यह राशि बढ़ाकर 2571 करोड़ रूपए कर दी गई थी।
32 लाख घरों में पेयजल की आपूर्ति: उन्होंने यह भी बताया कि यूपी के ग्रामीण सूबे में लगभग 2.63 करोड़ घर हैं, जिनमें से फिलहाल करीब 32 लाख घरों में नल के जरिए पेयजल की आपूर्ति की जा रही है। जल जीवन मिशन की शुरुआत होने से पूर्व यह आंकड़ा महज 5.16 लाख था। योजना के तहत यूपी में कोरोनाकाल में भी करीब 26 लाख घरों को नल कनेक्शन दिए गए। जारी वित्त-वर्ष के दौरान 5 जिलों में ‘हर घर नल का जल’ का ध्येय तय किया गया है।