अमेरिका–ऑस्ट्रेलिया के बीच 1 अरब डॉलर का ‘रेयर अर्थ्स’ समझौता!

चीन पर निर्भरता घटाने की बड़ी पहल

अमेरिका–ऑस्ट्रेलिया के बीच 1 अरब डॉलर का ‘रेयर अर्थ्स’ समझौता!

us-australia-rare-earths-agreement-1-billion-deal

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज़ ने सोमवार (20 अक्टूबर) को एक ऐतिहासिक समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं, जिसके तहत दोनों देश ‘रेयर अर्थ्स’ (दुर्लभ खनिजों) और अन्य महत्वपूर्ण खनिजों की आपूर्ति श्रृंखला को मजबूत करेंगे। यह समझौता अमेरिका की खनिज बाज़ार पर चीन के प्रभुत्व को कम करने की रणनीति का हिस्सा है।

इस समझौते के तहत अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया अगले छह महीनों में 1 अरब डॉलर का संयुक्त निवेश करेंगे। अल्बनीज़ ने कहा कि यह साझेदारी 8.5 अरब डॉलर मूल्य की परियोजनाओं को गति देगी, जिससे ऑस्ट्रेलिया की खनन और प्रसंस्करण क्षमता (mining & processing capacity) में जबरदस्त वृद्धि होगी।

समझौते के मुख्य बिंदु (Key Points)

EXIM के अनुसार, यह कदम अमेरिकी रक्षा, मैन्युफैक्चरिंग और सेमीकंडक्टर उद्योगों के लिए आवश्यक खनिजों की स्थिर आपूर्ति सुनिश्चित करने की दिशा में एक बड़ा कदम है।

गैलियम संयंत्र बनेगा वैश्विक आपूर्ति का नया केंद्र

दोनों सरकारों ने अमेरिकी कंपनी Alcoa को पश्चिमी ऑस्ट्रेलिया में अपनी एल्यूमिना रिफाइनरी के पास एक गैलियम संयंत्र स्थापित करने में सहयोग देने पर सहमति जताई है। यह संयंत्र विश्व की कुल गैलियम आपूर्ति का लगभग 10 प्रतिशत उत्पादन करने की क्षमता रखेगा। इस घोषणा के बाद ऑस्ट्रेलियाई शेयर बाजार में Alcoa के शेयर 8% तक उछल गए।

गैलियम एक अत्यंत महत्वपूर्ण खनिज है जो सेमीकंडक्टर, रक्षा उपकरण और उन्नत प्रौद्योगिकी निर्माण में प्रयोग होता है। ऑस्ट्रेलिया ने इस परियोजना के लिए 200 मिलियन डॉलर की लो-इंटरेस्ट फंडिंग की घोषणा की है। अमेरिका भी समान निवेश और ऑफटेक राइट्स (खनिज खरीद अधिकार) के साथ परियोजना में भाग लेगा।

अगस्त में Alcoa ने जापान-ऑस्ट्रेलिया गैलियम एसोसिएट्स (JAGA) के साथ संयुक्त विकास समझौता (Joint Development Agreement) किया था। यह साझेदारी जापानी सरकार और Sojitz Corp की है। व्यवहार्यता अध्ययन के बाद, अमेरिकी और ऑस्ट्रेलियाई सरकारों के स्वामित्व वाली एक नई कंपनी Alcoa और JAGA के साथ मिलकर संयंत्र का निर्माण करेगी।

ट्रंप ने इस बैठक में अमेरिका–ऑस्ट्रेलिया–ब्रिटेन की AUKUS पनडुब्बी डील पर भी टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि यह परियोजना “फुल स्टीम अहेड” यानी पूरी रफ़्तार से आगे बढ़ रही है। जब उनसे पूछा गया कि क्या ऑस्ट्रेलिया को पनडुब्बियाँ मिलेंगी, ट्रंप ने कहा, “ओह नो, दे’आर गेटिंग देम (हाँ, उन्हें मिलेंगी)।”

अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया ने यह भी तय किया कि दोनों देश खनिज मूल्य निर्धारण, अनुमति प्रक्रियाओं और सरकारी समीक्षा नियमों पर सहयोग बढ़ाएँगे। अल्बनीज़ ने कहा कि यह डील तीन प्रकार की परियोजनाओं को तेज़ी से आगे बढ़ाएगी, जिसमें अमेरिकी निवेश से ऑस्ट्रेलिया में खनिज प्रसंस्करण संयंत्रों का निर्माण, निजी क्षेत्र की भागीदारी, और साझा स्वामित्व वाली कंपनियों के माध्यम से उत्पादन विस्तार।

यह भी पढ़ें:

जापान की पहली महिला प्रधानमंत्री बनीं साने ताकाइची!

दिल्ली का घुटता दम: दिवाली के अगले दिन वायु गुणवत्ता ‘गंभीर’ श्रेणी में !

ट्रंप की चीन को धमकी: 1 नवंबर तक व्यापार समझौता न हुआ  तो लगाएंगे 155% टैरिफ

Exit mobile version