लखनऊ। उत्तर प्रदेश ने एग्रेसिव ट्रेसिंग और टेस्टिंग और ट्रीटमेंट की नीति से कोरोना पर लगाम लगाने में कामयाबी हासिल की है। यूपी 6 करोड़ से अधिक कोरोना की जांच करने वाला पहला राज्य बन गया है। जबकि टीकाकरण में महाराष्ट्र, दिल्ली, आंध्र प्रदेश, वेस्ट बंगाल समेत दूसरे राज्यों को पीछे छोड़ते 3 करोड़ 59 लाख से अधिक टीकाकरण किया जा चुका हैं।
प्रदेश में वैक्सीन की पहली खुराक तीन करोड़ तीन लाख से अधिक और 55 लाख से अधिक वैक्सीन की दूसरी डोज दी जा चुकी है। गुरुवार को प्रदेश में छह लाख से अधिक वैक्सीन की डोज दी गई। 31 अगस्त तक 10 करोड़ लोगों को टीका लगाने का लक्ष्य निर्धारित किया है। मिशन जून के तहत प्रदेश सरकार ने एक करोड़ लोगों को वैक्सीन का डोज लगाने का लक्ष्य निर्धारित किया था लेकिन प्रदेश में इससे कहीं अधिक एक करोड़ 29 हजार टीके की डोज दी गई। एग्रेसिव ट्रेसिंग और टेस्टिंग और ट्रीटमेंट की नीति यूपी में कोरोना नियंत्रण में मददगार रही है। यूपी 6 करोड़ से अधिक कोरोना की जांच करने वाला पहला राज्य होने जा रहा है। प्रदेश में अब तक 5 करोड़ 98 लाख 48 हजार 583 से अधिक टेस्ट हो चुके हैं। पिछले 24 घंटों में 2, 59,174 कोविड सैंपल की जांच की गई। यह देश में किसी एक राज्य द्वारा की गई सर्वाधिक कोविड टेस्टिंग है। कोरोना संक्रमण की नियंत्रित स्थिति के बावजूद भी यूपी में एग्रेसिव टेस्टिंग जारी रखे जाने के निर्देश सीएम योगी ने दिए हैं।
पिछले 24 घंटों में 2, 59,174 कोविड सैंपल की जांच की गई। यह देश में किसी एक राज्य द्वारा की गई सर्वाधिक कोविड टेस्टिंग है। कोरोना संक्रमण की नियंत्रित स्थिति के बावजूद भी यूपी में एग्रेसिव टेस्टिंग जारी रखे जाने के निर्देश सीएम योगी ने दिए हैं। लगातार कोशिशों से यूपी में कोरोना महामारी की दूसरी लहर की स्थिति नियंत्रण में है। पिछले 24 घंटों में प्रदेश में 112 नए मरीजों की पुष्टि हुई है, जबकि इस दौरान 258 लोगों ने कोरोना संक्रमण को मात दी। 30 अप्रैल के बाद से एक्टिव केस में लगातार कमी दर्ज की जा रही है और वर्तमान में 1,789 एक्टिव केस हैं।