उत्तर प्रदेश के लखनऊ में दो मुस्लिम युवकों ने सनातन धर्म अपना लिया है। ठाकुर जितेन्द्र नारायण सिंह सेंगर ने मुस्लिम धर्म से हिन्दू धर्म में आये दोनों युवकों को सनातन धर्म में वापस लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने इस्लाम छोड़कर सनातन धर्म अपनाने वालों को 3,000 रुपये प्रति माह देने की घोषणा की थी। तदनुसार, उन्होंने सनातन धर्म स्वीकार करने वाले दो मुस्लिम युवकों को चेक देकर अपना वादा पूरा किया है।
दोनों युवकों ने लखनऊ के मनकामेश्वर मंदिर में ठाकुर जितेन्द्र नारायण सिंह सेंगर की उपस्थिति में सनातन धर्म स्वीकार किया। इसके बाद उन्होंने दोनों युवकों को अपनी शुभकामनाओं के रूप में 11,000 रुपये का चेक प्रदान किया। 3,000 रुपये का चेक भी दिया गया। इस बीच, उत्तर प्रदेश शिया वक्फ बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष वसीम रिजवी ने तीन साल पहले इस्लाम छोड़कर सनातन धर्म अपना लिया था। धर्म परिवर्तन के बाद वसीम रिजवी ठाकुर जितेंद्र नारायण सिंह सेंगर बन गया। यह नाम पुराने अखाड़े के महामंडलेश्वर नरसिंहानंद गिरि ने दिया था।
ठाकुर जितेंद्र नारायण सिंह सेंगर ने बताया कि बिजनौर निवासी सरफराज अहमद (40) और शाहजहांपुर निवासी गुलनाज (32) ने मुस्लिम समुदाय की नफरत और कट्टरता को पीछे छोड़कर सनातन धर्म अपना लिया है। उन्होंने आगे बताया कि दोनों को नये नाम दिये गये हैं। सरफराज अहमद का नाम बदलकर अब राजन मिश्रा और गुलनाज का नाम बदलकर विराट मिश्रा कर दिया गया है। अब से समाज उन्हें इन्हीं नामों से जानेगा। फिलहाल यह संख्या दो है। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि यह संख्या शीघ्र ही दो लाख तक पहुंच जायेगी।
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हिंदू धर्म अपनाने वाले राजन मिश्रा (सरफराज अहमद) ने बताया कि उन्होंने लॉकडाउन के दौरान इस्लाम छोड़ दिया था। इस्लाम में कई ऐसी चीजें हैं जो वर्जित हैं, जिन्हें हमने स्वयं स्वीकार नहीं किया है। हिंदू धर्म प्रकृति से जुड़ा हुआ है। यहाँ पृथ्वी और जल की भी पूजा की जाती है। राजन मिश्रा ने कहा, “इसलिए मैंने हिंदू धर्म अपनाने का फैसला किया।” विराट मिश्रा (गुलनाज़) ने कहा कि इस्लाम में महिलाओं को उचित सम्मान नहीं दिया जाता है। सनातन धर्म महान है और मैं सभी से इसे स्वीकार करने का आग्रह करता हूं।