हाथरस में बाबा भोले के सत्संग में भगदड़, अब तक 90 लोगों की मौत, 100 से अधिक श्रद्धालु घायल!

सीएम योगी ने हादसे पर शोक प्रकट करते हुए अपने 'एक्स' अकाउंट पर लिखा, जनपद हाथरस की दुर्भाग्यपूर्ण दुर्घटना में हुई जनहानि अत्यंत दुःखद एवं हृदय विदारक है। मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिजनों के साथ हैं।

हाथरस में बाबा भोले के सत्संग में भगदड़, अब तक 90 लोगों की मौत, 100 से अधिक श्रद्धालु घायल!

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यूपी के हाथरस में भोले बाबा के सत्संग में भगदड़ मचने की सनसनीखेज घटना प्रकाश में आयी है|इस घटना में 90 श्रद्धालुओं की मौत होने की बात की जा रही है|मरने वाले श्रद्धालुओं में महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं|वही दूसरी ओर भोले बाबा के इस सत्संग में हुई भगदड़ की घटना में 100 से अधिक लोगों के घायल होने की भी बात की जा रही है|सीएम योगी ने हादसे पर शोक प्रकट करते हुए अपने ‘एक्स’ अकाउंट पर लिखा, जनपद हाथरस की दुर्भाग्यपूर्ण दुर्घटना में हुई जनहानि अत्यंत दुःखद एवं हृदय विदारक है। मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिजनों के साथ हैं।

सीएम योगी ने संबंधित अधिकारियों को राहत एवं बचाव कार्यों के युद्ध स्तर पर संचालन और घायलों के समुचित उपचार हेतु निर्देश दिए हैं। यूपी सरकार में के मंत्री लक्ष्मी नारायण चौधरी और संदीप सिंह घटना स्थल के लिए रवाना हो चुके हैं तथा प्रदेश के मुख्य सचिव व पुलिस महानिदेशक को घटनास्थल पर पहुंचने हेतु निर्देशित किया है।इस घटना को लेकर ADG, आगरा और कमिश्नर, अलीगढ़ के नेतृत्व में टीम गठित कर दुर्घटना के कारणों की जांच के निर्देश भी दिए हैं।

बता दें कि महीने की शुरुआत के प्रथम मंगलवार को सत्संग का आयोजन किया गया। इस सत्संग में राजस्थान, मध्यप्रदेश, हरियाणा सहित कई राज्यों के श्रद्धालु बड़ी संख्या मेंआए हुए थे।

हाथरस जिले के सिकंदराराऊ कस्बे के फुलरई गांव में भोले बाबा का सत्संग चल रहा था। बताया गया है कि सत्संग समाप्त होने के बाद यहां से जैसे भी भीड़ निकलना शुरू हुई तो भगदड़ मच गई। इस भगदड़ में महिलाएं और बच्चे बुरी तरह कुचलते चले गए। मौके पर चीख-पुकार मच गई। हादसे में कई लोगों की मौत होने की आशंका है। घायलों को मेडिकल कॉलेज एटा भेजा गया है|

मौके पर कैसे थे खौफनाक मंजर: इस बीच जो लोग इस सत्संग में शामिल होने गए थे और भगदड़ का शिकार हुए हैं उन्होंने बताया कि मौके पर कैसे मंजर था। एक युवती ने बताया कि सत्संग में बड़ी संख्या में लोगों की भीड़ उमड़ी हुई थी। सत्संग समाप्त हुआ उसके बाद लोग वहां से जाने लगे।इसी दौरान निकलने की जल्दी में भगदड़ मच गई।लोग एक दूसरे को देख ही नहीं रहे थे। महिलाएं और बच्चे गिरते चले गए।भीड़ उनके ऊपर से दौड़ रही थी। कोई बचाने वाला नहीं था। चारों ओर चीख पुकार मची हुई थी।

एटा के एसएसपी राजेश कुमार सिंह के मुताबिक जिस वक्त भगदड़ हुई उस समय हाथरस जिले के सिकंदराराऊ कस्बे में धार्मिक आयोजन चल रहा था। एटा अस्पताल में अब तक 27 शव आ चुके हैं, जिनमें 23 महिलाएं, तीन बच्चे और एक पुरुष शामिल हैं। अभी घायल अस्पताल नहीं पहुंचे हैं। आगे की जांच की जा रही है। इन 27 शवों की पहचान की जा रही है।

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