पुणे शहर से एक दल बद्रीनाथ यात्रा के लिए गया है, लेकिन बद्रीनाथ में दरारें टूट रही हैं| पिछले तीन दिनों से तीर्थयात्री फंसे हुए हैं| हेमकुंड और बद्रीनाथ धाम से लौट रहे 800 से अधिक श्रद्धालु जोशीमठ गोविंदघाट में फंसे होने की खबर है। जबकि 2200 यात्री हेलंग, पीपलकोटी, बिरही, चमोली आदि स्थानों पर रुके हुए थे। पुणे शहर के 52 यात्री फंसे हुए हैं| ये सभी लोग 8 तारीख से गोविंद घाट के पास फंसे हुए हैं, लेकिन उन्हें मदद नहीं मिलती| इसलिए उन्होंने मुख्यमंत्री कार्यालय से संपर्क किया है|
पुणे शहर से श्रद्धालु बद्रीनाथ यात्रा के लिए गए थे|8 तारीख को पुणे से श्रद्धालु बद्रीनाथ के दर्शन के लिए गए, लेकिन भूस्खलन की घटना के बाद ये अटक गए हैं|इन 52 यात्रियों को अभी तक मदद नहीं मिली है|इसके चलते इन यात्रियों ने मदद के लिए राज्य के मुख्यमंत्री कार्यालय से संपर्क किया है|
ऐसे फंसे श्रद्धालु: उत्तराखंड में जारी भारी बारिश के कारण भूस्खलन की घटनाएं बढ़ती जा रही हैं। ऋषिकेश-बद्रीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर पातालगंगा के पास भूस्खलन हुआ। इसके बाद रास्ता बंद कर दिया गया|पहाड़ टूटने से उस जगह पर लोगों की जान खतरे में है|मंगलवार को जोशीमठ के पास भूस्खलन हुआ,जिसके बाद बद्रीनाथ धाम में दर्शन के लिए जाने वाले और दर्शन के बाद लौटने वाले श्रद्धालु फंस गए हैं|
Close call in India's Uttarakhand!
Workers narrowly escape another landslide while clearing the Badrinath highway
.
.
.#BadrinathHighway #Badrinath #Uttarakhand pic.twitter.com/v3JLI2GqoR— WION (@WIONews) July 11, 2024
चमोली जिले में बद्रीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग और पातालगंगा क्षेत्र में भूस्खलन हुआ है|पतालगंगा से सड़क शुरू हो गई है, लेकिन जोशीमठ के पास भूस्खलन वाली सड़क से मलबा हटाने में काफी दिक्कतें आ रही हैं| मजदूरों के काम करने के दौरान फिर से भूस्खलन हो रहा है| 48 घंटे बाद भी यह सड़क पूरी तरह से बंद है| इस भूस्खलन के कारण बद्रीनाथ, जोशीमठ, नीती, माणा, तपोवन, मलारी, लता, रैणी, पांडुकेश्वर, हेमकुंड साहिब और अन्य इलाके कट गए हैं। सीमा सड़क संगठन यानी बीआरओ सड़कें शुरू करने की कोशिश में है|
उत्तराखंड के पांच जिलों में भारी बारिश जारी है| बारिश के कारण उत्तराखंड में 260 सड़कें बंद हैं। चारधाम यात्रा में शामिल होने वाले श्रद्धालुओं को सतर्क रहने की सलाह दी गई है| फंसे हुए श्रद्धालु मार्ग शुरू होने का इंतजार कर रहे हैं।
यह भी पढ़ें-
World Population Day: विश्व में सर्वाधिक जनसंख्या वाले 10 देश कौन से हैं?