देश के हर नागरिक को वैक्सीन सुनिश्चित करने के लिए सरकार ने पांच वैक्सीन निर्माता कंपनियों से लगभग 188 करोड़ वैक्सीन की खुराक खरीदेगी।
नई दिल्ली।कोरोना की तीसरी लहर को देखते हुए टीकाकरण अभियान पर केंद्र ने जोर दिया है। केंद्र ने सुप्रीम कोर्ट को बताया कि साल के अंत तक देश की पूरी आबादी को कोरोना टीका लगा दिया जाएगा।कोर्ट को बताते हुए केंद्र सरकार ने कहा कि देश के हर नागरिक को कोरोना वैक्सीन देने के लिए पांच वैक्सीन निर्माताओं से लगभग 188 करोड़ वैक्सीन खुराक मिलने की उम्मीद है। यह जानकारी केंद्र सरकार ने स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के अतिरिक्त सचिव मनोहर अगनानी की ओर से दायर एक हलफनामें में दी गई है।हलफनामें में अगनानी ने कहा है कि देश में इस समय 18 साल से अधिक उम्र की जनसंख्या करीब 93-94 करोड़ है। इन सभी लोगों को कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज देने के लिए 186 से 188 करोड़ वैक्सीन खुराक की जरूरत होगी। बताया गया है कि कोरोना वैक्सीन की इन जरूरतों में से 51.6 करोड़ खुराक प्रशासन के लिए उपलब्ध होंगी जबकि 31 जुलाई को पात्र आबादी के पूर्ण टीकाकरण के लिए लगभग 135 करोड़ वैक्सीन खुराक की आवश्यकता है।
375 पन्नों के हलफनामे में केंद्र सरकार ने वैक्सीन नीति के बारे में भी सुप्रीम कोर्ट को जानकारी दी है। दरअसल सरकार की वैक्सीन नीति को लेकर लगातार सवाल उठाए जा रहे हैं। केंद्र सरकार की ओर से सुप्रीम कोर्ट को एक रोडमैप दिया गया है कि शेष 135 करोड़ खुराक की खरीद की योजना कैसे बना रहा है। केंद्र सरकार की ओर से बताया गया है कि स्पुतनिक वी वैक्सीन रूस द्वारा विकसित कोरोना वैक्सीन है जिसे डीसीजीआई की ओर से आपातकालीन उपयोग के लिए मंजूरी मिल चुकी है। केंद्र ने बताया कि स्पुतनिक वी को भारत में भी लगाने का काम शुरू किया जा रहा है।