नई दिल्ली।इलाहाबाद हाई कोर्ट द्वारा गाय को राष्ट्रीय पशु को घोषित किये जाने वाली टिप्पणी का विश्व हिन्दू परिषद (VHP) ने समर्थन किया है। वहीं , इस संबंध में देशभर जागरूकता अभियान चलने का भी निर्णय लिया है। वीएचपी के अंतर्राष्ट्रीय कार्याध्यक्ष आलोक कुमार ने कहा कि गाय को राष्ट्रीय पशु घोषित करने वाले बयान का समर्थन और स्वागत करते हैं। उन्होंने कहा कि केंद्र और राज्य सरकारों को कोर्ट के सुझाव पर अमल करना चाहिए।
वीएचपी (VHP) के कार्याध्यक्ष ने कहा कि केंद्र में गौ भक्तों की सरकार है इसलिए उन्हें पूरा भरोसा है कि इलाहाबाद हाइकोर्ट के इस सुझाव को बिना देर किए अमल में लाएगी। वहीं वीएचपी के साथ साथ अखिल भारतीय संत समिति ने भी इलाहाबाद कोर्ट के इस सुझाव पर खुशी व्यक्त करते हुए कहा कि एक तरह से उनकी सालों पुरानी मांग को समर्थन मिला है। अखिल भारतीय संत समिति के महामंत्री स्वामी जितेंद्रनन्द ने कहा कि समिति ये मांग करती है कि केंद्र सरकार को गाय को राष्ट्रीय पशु घोषित करने और गौकशी पर पूर्ण प्रतिबंध संबंधी बिल जल्द से जल्द संसद में लाना चाहिए और इस बिल को संसद में पास कराना चाहिये।
गाय को राष्ट्रीय पशु घोषित किए जाने की वीएचपी और संत समिति की मांग पर केंद्रीय गृहराज्य मंत्री अजय मिश्र ने भी अपना तर्क दिया है। उन्होंने कहा कि समाज के विभिन्न हिस्सों से जब इस तरह की मांग उठ रही है तो निश्चित तौर पर केंद्र सरकार इसपर विचार करेगी। वहीं कोर्ट ने अपने फैसले में गायों के महत्व को विस्तार से बताते हुए कहा कि अगर देशवासी मौजूदा हालात को लेकर गंभीर नहीं हुए तो भारत के हालात भी अफगानिस्तान में तालिबान के हमले और कब्जे की तरह हो सकते हैं।
गाय को राष्ट्रीय पशु घोषित किए जाने की वीएचपी और संत समिति की मांग पर केंद्रीय गृहराज्य मंत्री अजय मिश्र ने भी अपना तर्क दिया है। उन्होंने कहा कि समाज के विभिन्न हिस्सों से जब इस तरह की मांग उठ रही है तो निश्चित तौर पर केंद्र सरकार इसपर विचार करेगी। वहीं कोर्ट ने अपने फैसले में गायों के महत्व को विस्तार से बताते हुए कहा कि अगर देशवासी मौजूदा हालात को लेकर गंभीर नहीं हुए तो भारत के हालात भी अफगानिस्तान में तालिबान के हमले और कब्जे की तरह हो सकते हैं।