नई दिल्ली। पीएम मोदी अपने अलग अंदाज के लिए जाने जाते हैं। शिक्षा मंत्रालय और सीबीएसई छात्रों और उनके अभिभावकों के बीच हो रहे एक वर्चुअल बातचीत में हिस्सा लेकर सबको चौंका दिया। बता दें कि पीएम का इस बातचीत में शामिल होने के लिए कोई कार्यक्रम नहीं था। बावजूद इसके इसमें हिस्सा लेकर छात्रों और अभिभावकों की समस्याओं को सुना। सीबीएसई 12वीं की परीक्षा रद्द होने से छात्रों और अभिभावकों में भविष्य को लेकर कई तरह की चिंताएं हैं। उच्च शिक्षा में प्रवेश विदेशी श्वविद्यालयों में एडमिशन और नौकरियों में 12 वीं के मार्क्स देखे जाते हैं। अब छात्रों और अभिभावकों में सवाल उठने लगे है कि परीक्षा रद्द होने के बाद किस आधार पर मार्क्स दिये जायेंगे।
बता दें कि मंगलवार को पीएम मोदी की अध्यक्षता में हुई बैठक में सीबीएसई 12वीं की परीक्षा रद्द कर दी गई थी। इसके बाद पीएम मोदी ने कहा था कि छात्रों की सुरक्षा हमारी प्राथमिकता है, इससे समझौता नहीं किया जा सकता। छात्रों को कोविड-19 महामारी के इस तनावपूर्ण माहौल में परीक्षा देने के लिए बाध्य नहीं किया जा सकता।पीएम मोदी ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि कक्षा 12वीं का रिजल्ट एक उपयुक्त व उचित क्राइटेरिया के आधार पर समयबद्ध तरीके से जारी किया जाएगा। परीक्षा रद्द करने को लेकर ट्विटर पर कुछ लोगों की प्रतिक्रियाओं का जवाब देते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, ”स्वास्थ्य और छात्रों का कल्याण हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है।” उन्होंने कहा कि यह साल छात्रों के लिए बहुत अस्त-व्यस्त रहा क्योंकि महामारी के कारण वे अपने घरों में सिमटकर रह गए और दोस्तों के साथ बहुत कम समय बिताने को मिला। आपको बता दें कि सीबीएससी 12 वहीं की परीक्षा रद्द करने के लिए के लिए कई राज्य के मुख्यमंत्रियों केंद्र सरकार से मांग की थी।
Prime Minister Narendra Modi in a surprise move joined a session with CBSE students organized by the Education Ministry today. He also interacted with the parents of the students during the meet and had a chat with them on the issues and concerns of students & their parents. pic.twitter.com/uXYTzPYFoi
— ANI (@ANI) June 3, 2021