विशाखापत्तनम क्लास का तीसरा युद्धपोत आईएनएस इम्फाल आज नौसेना के बेड़े में शामिल हो गया। मुंबई में नौसेना बेस पर आयोजित एक भव्य समारोह में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की मौजूदगी में पहली बार इंफाल युद्धपोत पर नौसेना का झंडा फहराया गया। विशाखापत्तनम श्रेणी में पहले ही दो विध्वंसक, आईएनएस विशाखापत्तनम और मोर्मुगाओ को नौसेना में शामिल किया जा चुका है।
कार्यक्रम के दौरान अपने भाषण में रक्षा मंत्री ने देवताओं और राक्षसों का जिक्र करते हुए कहा कि हालांकि देवताओं के पास विभिन्न शक्तियां थीं, लेकिन राक्षसों की हार आसन्न नहीं थी, जब सभी शक्तियां एक साथ आईं तो महाशक्ति जगदंबा का जन्म हुआ और राक्षसों की हार हुई। इसका जिक्र करते हुए राजनाथ सिंह ने कहा कि रक्षा क्षेत्र से जुड़े सभी विभागों को पूरी ताकत के साथ एक साथ आना होगा|
यही बात भारत को महाशक्ति बनने में मदद करेगी, ये इसका प्रतीक है| रक्षा मंत्री ने इस अखिल भारतीय युद्धपोत के निर्माण के लिए प्रौद्योगिकीविदों, इंजीनियरों और नौसेना को बधाई दी, जो भारत-प्रशांत क्षेत्र में भारतीय नौसेना की ताकत को और बढ़ाएगा।
इस बीच पिछले कुछ दिनों में समुद्र में दो भारतीय मालवाहक जहाजों पर हमला हुआ है| खास तौर पर दो दिन पहले एक जहाज पर ड्रोन से हमला किया गया था| इसका जिक्र करते हुए राजनाथ सिंह ने कहा, ”पिछले कुछ दिनों में समुद्र में कई तरह की घटनाएं बढ़ी हैं| कुछ लोग हमारी बढ़ी हुई नौसैनिक ताकत से निराश हैं। पिछले कुछ दिनों में भारतीय मालवाहक जहाजों पर हुए हमलों को गंभीरता से लिया गया है।
समुद्र में नौसेना की गश्त और बढ़ा दी गई है| हम वादा करते हैं कि इन घटनाओं के पीछे जो भी है, उसे ढूंढेंगे, भले ही वे समुद्र के तल पर हों। मित्र देशों की मदद से हम देश से गुजरने वाले नौवहन और व्यापार को और सुरक्षित करेंगे।
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