चंद्रयान-3 की सफलता के बाद भारत चांद पर इंसान भेजने की तैयारी कर रहा है। इस योजना के तहत पहले चार परीक्षण उड़ानें अंतरिक्ष में भेजी जाएंगी| भारत के राकेश शर्मा रूसी अंतरिक्ष यान से अंतरिक्ष में जाने वाले पहले भारतीय थे। अब अंतरिक्ष में सबसे पहले इंसानों को भेजने की तैयारी की जा रही है| परीक्षण उड़ानों में क्रू मॉड्यूल को बाहरी अंतरिक्ष में लॉन्च करना,कैप्सूल को पृथ्वी पर वापस लाकर बंगाल की खाड़ी में टचडाउन करके पुनर्प्राप्त किया जाएगा। गगनयान मिशन के दौरान क्रू मॉड्यूल अंतरिक्ष यात्रियों को बाहरी अंतरिक्ष में ले जाएगा।
अगले साल मानवरहित और मानवयुक्त मिशन की योजना: गगनयान मिशन इसरो अगले साल की शुरुआत में गगनयान मिशन का पहला मानवरहित मिशन संचालित करने की योजना बना रहा है। अगर मानवरहित मिशन सफल रहा तो इंसानों को अंतरिक्ष में भेजा जाएगा| इसरो ने 8 से 10 अगस्त के बीच चंडीगढ़ में गगनयान मिशन के ड्रैग पैराशूट का सफल परीक्षण किया। यह पैराशूट अंतरिक्ष यात्रियों को सुरक्षित उतरने में मदद करेगा। यह क्रू मॉडल को धीमा और स्थिर कर देगा। इसलिए परीक्षण के दौरान अंतरिक्ष यात्रियों की लैंडिंग स्थिति का परीक्षण किया जाएगा।
इजराइल-हमास युद्ध: इजराइल की सेना में मिजोरम, मणिपुर का मूल निवासी, हमास से दो-दो हाथ!