स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने राज्यों को लिखे लेटर में कहा है कि सभी सरकारी, प्राइवेट स्वास्थ्य केंद्रों, मेडिकल कॉलेजों को म्यूकरमाइकोसिस की स्क्रीनिंग, डायग्नोसिस, और मैनेजमेंट के लिए स्वास्थ्य मंत्रालय और आईसीएमआर की ओर से जारी गाइडलाइंस का पालन करना होगा। मंत्रालय ने कहा है कि ये सभी संस्थान सभी पुष्ट और संभावित केसों की जानकारी जिला स्तर के मुख्य चिकित्सा अधिकारी के जरिए चिकित्सा विभाग को देंगे। इसके बाद इन्हें इंटिग्रेटेड डिजीज सर्विलांस प्रॉजेक्ट (IDSP) सर्विलांस सिस्टम में अपडेट किया जाएगा।
बिहार: ब्लैक के बाद वाइट फंगस की दस्तक
पीएमसीएच के माइक्रोबायोलॉजी डिपार्टमेंट के अध्यक्ष डॉक्टर एसएन सिंह ने कोरोना मरीजों में व्हाइट फंगस मिलने की पुष्टि की है। यह फंगस मरीजों की स्किन को नुकसान पहुंचा रहा है। इसकी देरी से पहचान होने पर जान का भी खतरा रहता है। डॉ. एसएन सिंह ने कोविड और पोस्ट कोविड मरीजों में व्हाइट फंगस को गंभीरता से लेने की अपील की है।
ब्लैक फंगस म्यूकरमाइकोसिस के कुल 34 नए मरीज बुधवार को पटना के बड़े सरकारी अस्पतालों में जांच कराने पहुंचे थे। इनमें से 24 लक्षण वाले मरीज एम्स की ओपीडी में जबकि नौ आईजीआईएमएस में और एक पीएमसीएच में पहुंचे। एम्स में पहुंचे 24 में से सात को इलाज के लिए भर्ती कर लिया गया। अन्य को दवा देकर जांच कराने की सलाह दी गई है। वहीं, आईजीआईएमएस में आए सभी नौ लोगों को ब्लैक फंगस यूनिट में भर्ती किया गया। पीएमसीएच में पहुंचे एकमात्र मरीज को एम्स में ऑपरेशन कराने की सलाह दी गई। दिल्ली में अलग-अलग अस्पतालों में 200 से अधिक मरीज इलाज करा रहे हैं।