नयी दिल्ली में आयोजित भव्य “योग महाकुंभ” कार्यक्रम में देशभर के योग साधकों, शिक्षकों और समाजसेवियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। अखिल भारतीय योग शिक्षक महासंघ (ABYOGASMS Foundation) की पहल पर लाजपत भवन ऑडिटोरियम में सम्पन्न इस ऐतिहासिक आयोजन में सनातनी विचारधारा वाले राजनेता और उद्यमी डॉ. अभिषेक वर्मा अपनी बेटी निकोल वर्मा के साथ विशेष अतिथि के रूप में शामिल हुए।
कार्यक्रम की शुरुआत वैदिक मंत्रोच्चार से हुई, जिससे पूरा वातावरण आध्यात्मिक ऊर्जा से भर गया। इस अवसर पर डॉ. वर्मा ने कहा, “योग केवल शरीर को स्वस्थ रखने का माध्यम नहीं, बल्कि हमारी सनातन संस्कृति की मूल आत्मा है।
उन्होंने बताया, भगवद्गीता में भगवान श्रीकृष्ण ने कहा है – ‘योगः कर्मसु कौशलम्’, अर्थात कर्म में कुशलता ही योग है। वेदों में योग को आत्मशुद्धि और मन की शांति का साधन माना गया है। आज जब पूरी दुनिया तनाव और भौतिकता की चुनौतियों से जूझ रही है, तब योग ही वह मार्ग है जो तन, मन और आत्मा को संतुलित करता है।”
उन्होंने यह भी कहा कि स्वस्थ भारत, सुसंस्कृत समाज और आत्मनिर्भर राष्ट्र की कल्पना योग के बिना अधूरी है। डॉ. वर्मा ने शिवसेना (NDA), बालासाहेब ठाकरे और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा योग के प्रचार-प्रसार हेतु किए गए प्रयासों की सराहना की।
उन्होंने कहा, “शिवसेना, आयुष मंत्रालय, फिट इंडिया अभियान और डिजिटल योग मिशन के माध्यम से योग हर घर तक पहुँच रहा है। आइए हम संकल्प लें – योग को अपनाएं, जीवन को सुखद बनाएं और भारत को पुनः विश्वगुरु के स्थान पर प्रतिष्ठित करें। जय सनातन, जय हिंद।”
इस अवसर पर प्रमुख संतजन – राजर्षि वेदमूर्ति आचार्य पवनदत्त मिश्रा महाराज, स्वामी अमित देव जी, डॉ. ईश्वर और योगगुरु मंगेश त्रिवेदी (ABYOGASMS के संस्थापक) उपस्थित थे।
योगगुरु मंगेश त्रिवेदी ने कहा कि यह कार्यक्रम योग को घर-घर तक पहुँचाने का एक वृहद प्रयास है। इस आयोजन में देशभर की योग संस्थाओं, विद्यालयों और शिक्षण संगठनों के प्रतिनिधियों ने भाग लेकर इसे ‘महाकुंभ’ जैसा भव्य स्वरूप प्रदान किया।
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