हिसार के पुलिस अधीक्षक (एसपी) शशांक कुमार सावन ने रविवार को मीडिया को बताया कि आधुनिक युद्ध अब केवल सीमाओं तक सीमित नहीं है। पाकिस्तानी खुफिया एजेंट सोशल मीडिया पर प्रभावशाली लोगों को भर्ती कर अपने प्रचार को बढ़ावा देने की कोशिश कर रहे हैं।
उन्होंने कहा, “हमने उसे पांच दिन की पुलिस रिमांड पर लिया है। हम उसके वित्तीय विवरणों का विश्लेषण कर रहे हैं। भारत-पाक तनाव के दौरान वह पीआईओ के संपर्क में थी। लेकिन उनके पास महत्वपूर्ण सैन्य या रक्षा जानकारी तक कोई सीधी पहुंच नहीं थी।”
पुलिस के अनुसार, ज्योति का यूट्यूब चैनल ‘ट्रैवल विद जो’ 3.77 लाख सब्सक्राइबर्स के साथ लोकप्रिय है, और इंस्टाग्राम पर उसके 1.31 लाख फॉलोअर्स हैं। जांच में पता चला कि उसने 2023 में कमीशन एजेंटों के माध्यम से वीजा प्राप्त कर पाकिस्तान की यात्रा की थी। वहां उसकी मुलाकात पाकिस्तानी उच्चायोग के अधिकारी एहसान-उर-रहीम उर्फ दानिश से हुई, जिसे हाल ही में भारत से निष्कासित किया गया है।
एसपी सावन ने स्पष्ट किया कि अभी तक ज्योति के पास महत्वपूर्ण सैन्य या रक्षा जानकारी तक सीधी पहुंच का कोई सबूत नहीं मिला है। हालांकि, हिसार एक रणनीतिक स्थान है, और छोटी-छोटी जानकारियां भी दुश्मन देश के लिए महत्वपूर्ण हो सकती हैं।
जांच में यह भी सामने आया कि ज्योति ने सोशल मीडिया के जरिए पाकिस्तान की सकारात्मक छवि पेश करने और भारत के खिलाफ प्रचार को बढ़ावा देने की कोशिश की। उसने व्हाट्सएप, टेलीग्राम और स्नैपचैट जैसे एन्क्रिप्टेड प्लेटफॉर्मों का उपयोग कर पाकिस्तानी एजेंटों से संपर्क बनाए रखा।
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