पिछले कुछ वर्षों के आंकड़ों पर नजर डालें तो पता चलता है कि वैश्विक स्तर पर बांझपन की समस्या काफी तेजी से बढ़ती जा रही है। यह समस्या महिला-पुरुष किसी में भी हो सकती है। इस समस्या के लिए स्वास्थ्य विशेषज्ञ विभाग खराब लाइफस्टाइल को विशेष कारण बताते हैं। विशेषज्ञ कहते हैं कि पौष्टिक चीजों के साथ यदि खान-पान पर ध्यान दिया जाए तो बांझपन की समस्या को काफी हद तक कम किया जा सकता है। नियमित रूप से योगासन करना इसके लिए विशेष लाभकारी हो सकता है। योग को शारीरिक और मानसिक दोनों तरह की सेहत के लिए फायदेमंद माना जाता है। योगासन हार्मोन्स (ग्रंथि रस ) के कार्यों में सुधार करने के साथ ही बांझपन के कारकों को दूर करने में विशेष लाभकारी हो सकते हैं।
रक्त संचार बढ़ाने और तनाव-चिंता को कम करने के लिए नियमित रूप से योगासनों के अभ्यास से लाभ पाया जा सकता है। योग रक्त प्रवाह और परिसंचरण को बढ़ाता है साथ ही मांसपेशियों को मजबूत करता हैं। स्वस्थ प्रतिरक्षा प्रणाली के लिए योगासनों का अभ्यास लाभदायक माना जाता है। बांझपन में जिन योगासनों को सबसे कारगर माना जाता है, सूर्य नमस्कार उनमें से एक है। सूर्य नमस्कार कई तरह के योगासनों का संयोजन है जो शरीर और मन दोनों पर सकारात्मक प्रभाव डालता है।
पश्चिमोत्तानासन योग के नियमित अभ्यास की आदत सेहत को कई प्रकार से लाभान्वित कर सकती है। यह महिलाओं के प्रजनन क्षमता में सुधार करने के साथ मानसिक तनाव को कम करते हुए अंडाशय और पेट के महत्वपूर्ण अंगों को सक्रिय रखने में मदद करता है।
ये भी पढ़ें