मुंबई। राज्य के पश्चिम महाराष्ट्र में अतिवृष्टि से कई इलाके जलमग्न हो गए हैं। हजारों लोग बाढ़ जैसी स्थिति से प्रभावित हुए हैं। राहत-बचाव कार्य के लिए नौसेना और एनडीआरएफ के जवान तैनात किए गए हैं। इस बीच सतारा जिले के पाटन तहसील में दो स्थानों पर हुए भूस्खलन में कम से कम 20 लोगों के फंसे होने की आशंका है। सतारा (ग्रामीण) के पुलिस अधीक्षक अजय कुमार बंसल ने बताया कि कि अंबेघर और मीरागांव में रात के दौरान भूस्खलन हुए। इससे पहले गुरुवार की सुबह रायगढ़ जिले में बड़ा भूस्खलन हुआ था।
एसपी ने कहा कि कुछ लोगों को बचाया गया है। बंसल ने कहा कि अंबेघर में चार घरों में 13 या 14 लोगों के फंसे होने की आशंका है जबकि मीरागांव में तीन घरों में आठ से दस लोगों के फंसे होने की आशंका है।’’ उन्होंने कहा कि बचाव कार्य जारी हैं। एसपी ने कहा कि सतारा जिले में लगातार बारिश के कारण दो गांव या तो कट गए हैं या डूब गए हैं, जिससे राहत कार्यों के लिए भारी मशीन लाने में परेशानी हो रही है।
एसपी ने कहा कि कुछ लोगों को बचाया गया है। बंसल ने कहा कि अंबेघर में चार घरों में 13 या 14 लोगों के फंसे होने की आशंका है जबकि मीरागांव में तीन घरों में आठ से दस लोगों के फंसे होने की आशंका है।’’ उन्होंने कहा कि बचाव कार्य जारी हैं। एसपी ने कहा कि सतारा जिले में लगातार बारिश के कारण दो गांव या तो कट गए हैं या डूब गए हैं, जिससे राहत कार्यों के लिए भारी मशीन लाने में परेशानी हो रही है।
अजित पवार ने राजनाथ सिंह से की चर्चा: राज्य के उप मुख्यमंत्री अजित पवार ने राज्य में बाढ़ से बिगड़ते हालात पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के साथ शुक्रवार को चर्चा की। पवार के कार्यालय की ओर से जारी एक बयान में कहा गया कि रक्षा मंत्री ने राहत एवं बचाव अभियानों में रक्षा बलों की मदद का आश्वासन दिया है। सेना और नौसेना की टीमें राज्य में पहले ही तैनात कर दी गई हैं। बयान में कहा गया कि महाराष्ट्र के राहत एवं पुनर्वास सचिव असीम गुप्ता को रक्षा मंत्रालय के साथ समन्वय के लिए नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है। जिला संरक्षण मंत्रियों तथा निर्वाचित स्थानीय प्रतिनिधियों से बाढ़ प्रभावित जिलों में जाने को कहा गया है। बयान के अनुसार, रायगढ़ की संरक्षण मंत्री अदिति तटकरे, रत्नागिरी के संरक्षण मंत्री अनिल परब आदि से अपने क्षेत्रों में मौजूद रहने और राहत तथा बचाव अभियानों की निगरानी करने को कहा गया है।
महाराष्ट्र के छह जिलों के लिये रेड अलर्ट जारी: भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने शुक्रवार को महाराष्ट्र के वर्षा ग्रस्त छह जिलों के लिए ‘रेड अलर्ट’ जारी करते हुए “अत्यधिक बारिश” का पूर्वानुमान व्यक्त करते हुए एहतियाती उपायों की अनुशंसा की है। अगले 24 घंटों के लिये तटीय कोंकण इलाके में रायगढ़, रत्नागिरी और सिंधुदुर्ग जिलों के साथ ही पश्चिमी महाराष्ट्र के पुणे, सतारा और कोल्हापुर जिलों में रेड अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विभाग के एक अधिकारी ने कहा कि घाट इलाकों में कुछ जगहों पर बेहद भारी बारिश होने की “काफी संभावना” है। उन्होंने बताया कि “काफी संभावना” से आशय 51 से 75 फीसद संभावना से है।
उन्होंने कहा कि सतारा के लिये पूर्वानुमान “सर्वाधिक संभावना” के दायरे में है, जिसका आशय है कि बारिश होने की उम्मीद 75 प्रतिशत से ज्यादा है। विभाग के मुताबिक, 24 घंटे के अंदर 204.4 मिलीमीटर बारिश को बेहद भारी बारिश माना जाता है। पूर्वानुमान में रत्नागिरी और सतारा के लिए शनिवार को भी रेड अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विभाग ने कहा कि रविवार के बाद से बारिश की तीव्रता में काफी कमी आएगी।
उन्होंने कहा कि सतारा के लिये पूर्वानुमान “सर्वाधिक संभावना” के दायरे में है, जिसका आशय है कि बारिश होने की उम्मीद 75 प्रतिशत से ज्यादा है। विभाग के मुताबिक, 24 घंटे के अंदर 204.4 मिलीमीटर बारिश को बेहद भारी बारिश माना जाता है। पूर्वानुमान में रत्नागिरी और सतारा के लिए शनिवार को भी रेड अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विभाग ने कहा कि रविवार के बाद से बारिश की तीव्रता में काफी कमी आएगी।