कर्मचारियों की हड़ताल के चलते महाराष्ट्र राज्य सड़क परिवहन निगम के 223 डिपो पर बस परिचालन सोमवार सुबह बंद कर दिया गया। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। कर्मचारी संगठन निगम के राज्य सरकार में विलय की मांग करते हुए हड़ताल कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि रविवार को पूरे महाराष्ट्र में 120 डिपो बंद थे, पर सोमवार से यह संख्या बढ़कर 223 हो गई, जिसमें मुंबई क्षेत्र के कुछ डिपो भी शामिल हैं। एमएसआरटीसी के कर्मचारियों का एक यूनियन बीते 28 अक्टूबर से ड्यूटी पर न आरहा है।
कर्मचारी संघों के सूत्रों ने बताया कि एमएसआरटीसी के कर्मचारियों का एक धड़ा नकदी संकट से जूझ रहे निगम का विलय राज्य सरकार से करने की मांग को लेकर 28 अक्टूबर से ही हड़ताल पर है. ऐसे में कैश के संकट से गुजर रहे निगम को राज्य सरकार के साथ मिलाने की मांग की जा रही है.बता दें कि परिवहन मंत्री अनिल परब ने बीते बुधवार को कहा था कि एमएसआरटीसी का राज्य सरकार से विलय करने और घाटे में चल रहे निगम से संबंधित अन्य मांगों पर दिवाली के बाद बातचीत होगी>
गौरतलब है कि एमएसआरटीसी देश के सबसे बड़े परिवहन निगमों में से एक है.इस बेड़े में 16 हजार से अधिक बसें और करीब 93 हजार कर्मचारी काम करते हैं. वहीं, कोरोना वायरस महमारी से पहले निगम की बसों में रोजाना 65 लाख यात्री सफर करते थे.गौरतलब है कि कर्मचारियों को हड़ताल पर नहीं जाने के बंबई हाई कोर्ट के निर्देश के बावजूद महाराष्ट्र राज्य सड़क परिवहन निगम (एमएसआरटीसी) के 40 से अधिक डिपो पर गुरुवार को भी कोई कर्मचारी काम पर नहीं आया।