मुंबई। एंटीलिया मामले की जांच कर रही एनआईए ने बड़ा खुलासा किया है। मंगलवार को एनआईए ने विशेष कोर्ट को बताया कि ठाणे के कारोबारी मनसुख हिरण की हत्या के लिए 45 लाख रुपये दिए गए थे। एनआईए ने विशेष अदालत को बताया कि यह फंडिंग किसने की है इसका पता लगाने की जरूरत है। जांच एजेंसी ने इस मामले में आरोप दाखिल करने के लिए अदालत से एक माह का समय मांगा है।
एजेंसी ने अदालत को यह भी बताया कि 150 गवाहों के बयान दर्ज किए गए हैं। एक टीम ने जांच के तहत दिल्ली जाकर भी बयान दर्ज किया। इस मामले में अब तक पूर्व पुलिस अधिकारी प्रदीप शर्मा और सचिन वाझे को गिरफ्तार किया गया है। गौरतलब है कि बीते 25 फरवरी को उद्योगपति मुकेश अंबानी के दक्षिण मुंबई स्थित घर के बाहर विस्फोटक से लदी एसयूवी मिलने के बाद हिरेन ने दावा किया था कि वह कार पहले उसके पास थी। लेकिन इसके बाद 5 मार्च को उसकी लाश बरामद की गई। इस मामले में जिन लोगों को गिरफ्तार किया गया है उनमें पूर्व पुलिस अधिकारी प्रदीप शर्मा और सचिन वाझे शामिल हैं।
अदालत वाजे की उस डिफ़ॉल्ट जमानत याचिका पर भी दलीलें सुनेगी, जिन्होंने दावा किया है कि एनआईए ने निर्धारित समय के भीतर आरोप पत्र दायर नहीं किया है। एनआईए के अनुसार मुंबई पुलिस के सहायक पुलिस इंस्पेक्टर सचिन वाझे मामले में मुख्य आरोपी हैं जिन्हें अब बर्खास्त कर दिया गया है। बता दें कि इस मामले राज्य के पूर्व गृहमंत्री अनिल देशमुख की कुर्सी जा चुकी है। इस मामले आये दिन कई खुलासे होते रहते हैं।
अदालत वाजे की उस डिफ़ॉल्ट जमानत याचिका पर भी दलीलें सुनेगी, जिन्होंने दावा किया है कि एनआईए ने निर्धारित समय के भीतर आरोप पत्र दायर नहीं किया है। एनआईए के अनुसार मुंबई पुलिस के सहायक पुलिस इंस्पेक्टर सचिन वाझे मामले में मुख्य आरोपी हैं जिन्हें अब बर्खास्त कर दिया गया है। बता दें कि इस मामले राज्य के पूर्व गृहमंत्री अनिल देशमुख की कुर्सी जा चुकी है। इस मामले आये दिन कई खुलासे होते रहते हैं।