मराठा आरक्षण के नाम पर ‘अप्रैल फूल’ बना रही महाराष्ट्र सरकार: आशीष शेलार

बगैर किसी की सलाह के राज्यपाल को सौंपा ज्ञापन

मराठा आरक्षण के नाम पर ‘अप्रैल फूल’ बना रही महाराष्ट्र सरकार: आशीष शेलार
मुंबई। मराठा आरक्षण को लेकर राज्य की महाविकास आघाडी सरकार जो कुछ कर रही, वह हास्यास्पद है। मराठा आरक्षण को लेकर राज्य सरकार सुप्रीम कोर्ट के सामने अपना पक्ष मजबूती से नहीं रख पाई और अब बिना किसी चर्चा के राज्यपाल को ज्ञापन सौंप आये हैं। दरअसल यह सरकार मराठा आरक्षण के नाम पर ‘अप्रैल फूल’ बना रही है। यह कहना है पूर्व मंत्री व भाजपा के मराठा विधायक आशीष शेलार का।
शेलार ने बुधवार को प्रदेश भाजपा कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि सरकार मराठा समुदाय को गुमराह कर रही है। उन्होंने कहा कि मंगलवार को मराठा आरक्षण उप-समिति के अध्यक्ष अशोक चव्हाण के नेतृत्व में कांग्रेस नेताओं ने मुख्यमंत्री से मुलाकात की और एक स्टैंड लिया कि भले ही बाद में आरक्षण दिया जाए, पर उसके पहले मराठा समाज को कुछ सहूलियतें मिलनी चाहिए। इसके पहले यही मंत्री सीएम के साथ राज्यपाल से मुलाकात की और आरक्षण की मांग की।
 
कांग्रेस की ये दोहरी भूमिका
कांग्रेस की ये दोहरी भूमिका अब सवाल उठाती है कि क्या वास्तव में सरकार आरक्षण देना चाहते हैं या नहीं। यह सरकार मराठा समुदाय में भ्रम पैदा करने की कोशिश कर रही है। महाविकास आघाडी सरकार में कोई समन्वय नहीं है। कांग्रेस दुविधा में है और अदालत में यह दुविधा भारी पड़ी है। भाजपा नेता ने कहा कि इस बात को लेकर शंका पैदा हो रही है कि क्या कांग्रेस और राकांपा की भूमिका मराठा समुदाय को आरक्षण देने की थी। बगैर उचित नियोजन और अध्ययन के राज्यपाल को ज्ञापन देने पहुंच गए। राज्यपाल से मिलने से पहले विशेषज्ञों की समिति की राय नहीं जानी गई। विपक्ष से चर्चा नहीं की। विधानसभा में कोई चर्चा नहीं हुई।  मराठा समुदाय के संगठनों के साथ कोई चर्चा नहीं की गई। इस प्रकार, राज्य सरकार बिना किसी तैयारी के राज्यपाल को ज्ञापन देकर मराठा समुदाय को धोखा दे रही है। विधायक और आशीष शेलार ने कहा कि कृपया मराठा समुदाय को अप्रैल पूर्ण न बनाये।
उस कैबिनेट में आपकी पार्टी के मंत्री भी थे?
शेलार ने कहा कि मुख्यमंत्री ठाकरे कह रहे हैं कि फडणवीस सरकार ने मराठा समाज के लिए फूल फ्रूफ योजना नहीं बनाई। शेलार ने सवाल किया कि जिस मंत्रिमंडल की बैठक में मराठा समाज को आरक्षण देने के लिए प्रस्ताव पारित हुआ था उस मीटिंग में शिवसेना के मंत्री नहीं शामिल थे। उन्होंने पूछा कि तब मंत्रिमंडल में आपकी पार्टी के मंत्री नहीं थे ?  क्या आपने उस समय अपनी सहमति नहीं दी थी? पर आज वह कानून मूर्खतापूर्ण लग रहा है।
नाना पटोले कांग्रेस के कॉमेडियन अध्यक्ष
भाजपा विधायक शेलार ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले को मसखरा अध्यक्ष बताते हुए कहा कि पटोले का हर प्रेस कॉन्फ्रेंस में सिर्फ मोदी, मोदी और मोदी ही होते हैं। शेलार ने कहा कि जब हमारी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी के बारे में बात करते हैं तो आप क्यों नाराज होते हैं?  दरअसल नाना पटोले एक कॉमेडियन हैं और उन्हें गंभीरता से लेने की कोई जरूरत नहीं है।
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