पश्चिम बंगाल के उत्तरी 24 परगना जिले के अशोकनगर क्षेत्र में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जहां एक पुराने प्लॉट पर नए मकान का निर्माण शुरू होने के दौरान कई मानव कंकाल बरामद हुए। यह भूमि कभी दिवंगत CPI(M) नेता बिजन मुखर्जी और उनके परिवार की थी। 30 नवंबर को मजदूर जब नींव की खुदाई कर रहे थे, तो सबसे पहले दो मानव खोपड़ियां दिखाई दीं। इसके बाद जब खुदाई आगे बढ़ाई गई, तो और कंकाल उभरकर सामने आए। तुरंत पुलिस को बुलाया गया और पूरे क्षेत्र को घेरकर जांच शुरू की गई।
पुलिस के प्रारंभिक आकलन के अनुसार, कंकाल काफी पुराने प्रतीत होते हैं, लेकिन उनकी वास्तविक आयु और मृत्यु का समय फोरेंसिक जांच के बाद ही स्पष्ट हो सकेगा। सभी कंकालों को विस्तृत वैज्ञानिक परीक्षण के लिए भेज दिया गया है। भूमि रजिस्ट्री दस्तावेजों की पड़ताल में सामने आया कि यह प्लॉट बिजन मुखर्जी की पारिवारिक संपत्ति का हिस्सा था, जिसे विभाजन के बाद वर्तमान मालिकों के हिस्से में दिया गया। पुराने ढांचे को कुछ समय पहले पूरी तरह गिराकर नया निर्माण कार्य शुरू किया गया था।
स्थानीय निवासी अशोक मुखर्जी ने मीडिया को बताया कि यह भूमि उनके परिजनों की थी और उनके चाचा बिजन मुखर्जी का घर भी इसी जगह था। उन्होंने कहा कि उनका परिवार स्वतंत्रता-पूर्व काल से इस इलाके में रह रहा है। परिवार की एक सदस्य ने बताया कि 2013 में उनके चाचा और चाची के निधन के बाद से वह घर बंद पड़ा था। कभी-कभी उनकी बेटियां यहां आती थीं, लेकिन भूमि बंटवारे के बाद निर्माण कार्य शुरू कर दिया गया।
इस घटना पर स्थानीय TMC विधायक नारायण गोस्वामी ने भी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि बिजन मुखर्जी के घर के शयनकक्ष के नीचे से भी एक कंकाल मिलने की जानकारी मिली थी। उन्होंने आरोप लगाया कि एक समय अशोकनगर और हावड़ा क्षेत्रों में मुखर्जी का नाम दहशत से जुड़ा हुआ माना जाता था। उन्होंने यह भी कहा कि वर्ष 2002 में इसी इलाके में एक पानी की टंकी से एक सड़ा-गला शव बरामद किया गया था।
ध्यान देने योग्य है कि वर्ष 2011 में भी एक समान घटना सामने आई थी, जब पश्चिम मिदनापुर जिले में CPI(M) नेता और पूर्व मंत्री सुषांत घोष के घर के पास मानव कंकाल मिले थे। उस मामले में एक स्थानीय शिकायतकर्ता ने दावा किया था कि एक कंकाल उनके लापता पिता का था, और बाद में DNA जांच से यह बात सत्यापित भी हुई।
अशोकनगर में कंकालों की ताज़ा बरामदगी ने इलाके में कई सवाल खड़े कर दिए हैं—क्या यह किसी पुराने अपराध के निशान हैं, या किसी ऐतिहासिक कारण से जुड़े अवशेष? पुलिस और फोरेंसिक टीम की जांच के बाद ही इन रहस्यमयी कंकालों के पीछे की सच्चाई सामने आ सकेगी।
यह भी पढ़ें:
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज नया रिकॉर्ड; इन्वेस्टर अकाउंट्स की संख्या 24 करोड़ के पार
रेणुका चौधरी ने बाहर तो राहुल गांधी ने अंदर किया सदन का अपमान: संबित पात्रा
रोहिंग्याओं के लिए क्या हम कानून को इतनी दूर तक खींचना चाहते हैं—सुप्रीम कोर्ट ने पूछा सवाल



