महाराष्ट्र में भ्रष्टाचार पर कड़ाई से नियंत्रण लाने के लिए शिंदे-फडणवीस सरकार जब लोकायुक्त कानून का मसौदा विधानमंडल में मंजूर करा रही थी तब राष्ट्रवादी कांग्रेस के नेता भ्रष्टाचार के आरोप में जेल में बंद पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख के जमानत पर रिहा होने का जश्न मना रहे थे। भ्रष्टाचारियों को महिमामंडित करने की इस संस्कृति की वजह से महाराष्ट्र का सिर शर्म से झुक गया है। इस प्रकार की कड़ी आलोचना भाजपा के मुख्य प्रवक्ता केशव उपाध्ये ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर की है।
न्यायालय ने देशमुख को स्वास्थ्य के आधार पर की गई याचिका पर जमानत पर रिहा किया है। जेल से बाहर आने वाले देशमुख का स्वतंत्रता योद्धा जैसा सम्मान देते हुए उनकी जुलूस निकालने वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस भ्रष्टाचार से सराबोर चेहरा फिर एक बार सामने आया है। इस प्रकार की टिप्पणी भी श्री उपाध्ये ने प्रेस विज्ञप्ति में की है। उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली महाविकास आघाडी सरकार के शासनकाल में गृहमंत्री रहे अनिल देशमुख पर सौ करोड़ रुपये की जबरन वसूली करने का आरोप लगा। उस वक्त भी राष्ट्रवादी कांग्रेस और ठाकरे सरकार उन्हें बचा रही थी। भ्रष्टाचार के अनेक मामले उजागर होने के बावजूद उसमें लिप्त व्यक्ति का बचाव कर खुद उद्धव ठाकरे देशमुख की पीठ थपथपा रहे थे। गुंडागर्दी, मारपीट, भ्रष्टाचार और हत्या जैसे आरोप में शामिल मंत्री और अधिकारियों को बचाने के लिए पूरी सरकारी मशीनरी को काम पर लगाया गया था। इसके बावजूद अनिल देशमुख, नवाब मलिक, संजय राऊत जैसे नेताओं को जेल की सलाखों के पीछे जाना ही पड़ा।
संजय राऊत और अनिल देशमुख को न्यायालय ने दोषमुक्त नहीं किया है। उन्हें निर्दोष करार देते हुए बरी नहीं किया गया है। बल्कि वे जमानत पर बाहर आये हैं। इससे पहले छगन भुजबल भी जमानत पर रिहा हुए थे। उन्होंने भी दोषमुक्त करार नहीं दिया गया है। आरोपों का दाग माथे पर लगे इन नेताओं को महिमामंडित कर उनका जुलूस निकालने की राष्ट्रवादी कांग्रेस की संस्कृति की वजह से महाराष्ट्र की राजनीति को कालिख लगी है। इस प्रकार का बयान उन्होंने दिया है। राज्य में शिंदे-फडणवीस सरकार के नेतृत्व में सरकार सभ्यता और सुशासन की नयी संस्कृति विकसित करना चाहती है।
लोकायुक्त कानून बनाकर भ्रष्टाचार के खिलाफ कठोर कदम उठाये जा रहे हैं। विरोधियों का भी सम्मान करने की संस्कृति निर्माण करने की कोशिश हो रही है। इसी सौजन्यता की वजह से सरकारी विमान से यात्रा करने की सुविधा नेता प्रतिपक्ष अजित पवार को दी गई। परंतु इस सरकारी सुविधा का दुरुपयोग किये जाने और जमानत पर रिहा हुए अनिल देशमुख के स्वागत में हाजिर रहने व उनके जुलुसू में शामिल होने की घटना का भाजपा पुरजोर विरोध करती है। ऐसा भी उन्होंने प्रेस विज्ञप्ति में कहा है।
जमानत पर बाहर आये आरोपी के स्वागत और जुलूस में हाजिर करने के लिए सरकार को गुमराह कर सरकारी विमान का दुरुपयोग करने के लिए अजित पवार को महाराष्ट्र की जनता से माफी मांगनी चाहिए। इस प्रकार की मांग श्री उपाध्ये ने की है। अनिल देशमुख, संजय राऊत जैसे नेता आरोपी हैं। उन्हें निर्दोष करार देते हुए बरी नहीं किया गया है। इसलिए उन्हें फिर से जेल में जाना पड़ सकता है। तब क्या फिर से समर्थन में जुलूस निकाल कर समर्थन किया जायेगा? इस प्रकार का दो टूक सवाल भी उन्होंने पूछा है।
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