मजाक छोड़ अब काम पर लगिये सीएम श्रीमान

भाजपा का मुख्यमंत्री पर हमला    

मजाक छोड़ अब काम पर लगिये सीएम श्रीमान

सत्ता आने के पश्चात ढ़ाई सालों में सिर्फ व्यंग कसने, मजाक करने में ही गंवाने वाले उद्धव ठाकरे, राज्य के सम्मुख गंभीर समस्याओं को हल करने के लिए मुख्यमंत्री के रूप में अब तो काम पर लगो। प्रदेश भाजपा मुख्य प्रवक्ता केशव उपाध्ये ने सोमवार को इस शब्दों से मुख्यमंत्री पर कटाक्ष किया। भाजपा नेता ने कहा कि चुटकुले सुनते हुए मनोरंजन करते-करते महाराष्ट्र की जनता की सहनशीलता अब समाप्त हो गई है। समस्याओं का सामना करते हुए जनता के परेशान होने से काम पर लग जाओ और समस्याओं को हल करो ऐसा उपाध्ये ने कहा। भारतीय जनता पार्टी प्रदेश कार्यालय में संपन्न हुए पत्रकार परिषद में वे बोल रहे थे।

श्री उपाध्ये ने कहा कि, एसटी हड़ताल, मराठा आरक्षण, ओबीसियों का राजनीतिक आरक्षण इन सब के बारे में मुख्यमंत्री एक भी शब्द नही बोल रहे हैं। पिछले अढ़ाई सालों में लापरवाह सरकार के कारण महाराष्ट्र सभी क्षेत्रों में नाकाम हुआ है। विकास कार्य के काम ठप हो गए हैं। हफ्ता वसूली, खून, बलात्कार, भ्रष्टाचार ये सब अब सीधे मंत्रालय में घुस गया है। मुंबई यह सोने का अंडा देनेवाली मुर्गी है, ऐसा कहनेवाले मुख्यमंत्री के लोगों ने इस मुर्गी को कैसे लुटा है, ऐसा जाधव के पराक्रम से जनता के सामने आया है। ठाकरे सरकार के भ्रष्ट मंत्री अनिल देशमुख ने मुंबई से सीधे पुलिसकर्मियों को सौ करोड़ रुपये की हफ्तावसूली करने का टार्गेट दिया था।

मुख्यमंत्री की टोली के यशवंत जाधव ने कांट्रेक्टरों के माध्यम से मुंबई से करोड़ों रुपये की राशि जमा की। मातोश्री को दो करोड़ रुपये नगद और पचास लाख रुपये की महंगी घड़ी भेंट देने वाले जाधव की हेराफेरी का काम सबके सामने खुलने के बावजूद मुख्यमंत्री मुंह बंद करके चुप क्यों है, ऐसा सवाल भी उपाध्ये ने उठाया। इस प्रकरण में यशवंत जाधव के कथित मातोश्री की भी जांच होनी चाहिए ऐसी मांग उन्होंने की है।

पिछले अढ़ाई साल में ठाकरे सरकार ने जनता की एक भी समस्या को हल नहीं किया है। राज्य में भ्रष्टाचार, गुंडागर्दी बढ़ गई है। महिलाओं पर अत्याचार बढ़ गया है। आम मजदूरों पर बेरोजगारी का समय आ गया है। किसान हताश हो गए हैं, जिससे आत्महत्या बढ़ गई है। ऐसी गंभीर परिस्थिति में भी मुख्यमंत्री केवल चुटकुले मारकर और हंसाकर जनता का मनोरंजन करने का प्रयास करते हुए समस्याओं से ध्यान हटाने का निष्फल प्रयास कर रहे हैं। ऐसा आरोप उपाध्ये ने लगाया।

शिवसेना- भाजपा युति के पहले शासन के दौरान, शिवसेनाप्रमुख बालासाहेब ठाकरे ने इस तरह के बड़बोलेपन के लिए तब मुख्यमंत्री मुख्यमंत्री मनोहर जोशी को सुनाया था। इसका भी स्मरण उपाध्ये ने कराया। दो साल केवल घोषणा बाजी करने के बाद अब घोषणा पूरी हो गई है, अब काम में लगो, ऐसी खुली सलाह बालासाहेब ने जोशी को दिया था। आज बालासाहेब रहते तो यही सलाह उद्धव ठाकरे को दिए रहते, ऐसा उपाध्ये ने कहा।

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