फिल्म अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मैनेजर रही दिशा सालियान की मौत की सच्चाई आगामी 7 मार्च के बाद सामने आएगा। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष चंद्रकांत पाटील ने मंगलवार को बात कही। उन्होंने कहा कि इसमें जो लोग शामिल हैं वे कौन लोग है, यह सामने आएगा और वे जेल जाएंगे।
यह पूछे जाने पर कि दिशा सालियान की मौत का राजनीतिकरण किया जा रहा है, जवाब में पाटील ने कहा कि इस मामले में कोई राजनीति नहीं है। 7 मार्च के बाद सारे सबूत सामने आएंगे, कौन शामिल होगा और किसे जेल जाना होगा, यह साफ हो जाएगा। फिलहाल यही कारण है कि इस मामले को दबाने के लिए गाली गलौच की भाषा का इस्तेमाल किया जा रहा है। यह दीपक के बुझने से पहले फड़फड़ाने जैसा है। उन्होंने कहा कि महाविकास अघाड़ी सरकार के नेता लाइन में हैं। कोई अंदर जाने वाला है तो किसी की तैयारी चल रही है। जेल में कोठरी तैयार है। उत्तर प्रदेश में 7 मार्च को अंतिम मतदान के साथ ही कार्रवाई शुरू होने की संभावना है। हमारा विश्लेषण है इससे यह सरकार गिर जाएगी। परिस्थितियों को देखते हुए ऐसी भविष्यवाणी आम आदमी भी कर सकता है।
पाटील ने कहा कि महाविकास अघाड़ी पूरी तरह से किसान विरोधी है। गन्ने के एफआरपी में कटौती करने के सरकार के फैसले से गन्ना उत्पादकों को भारी नुकसान हुआ है। खतरा है कि किसान गन्ने की खेती छोड़ देंगे। भारतीय जनता पार्टी इस फैसले के खिलाफ कड़ा संघर्ष करेगी। उन्होंने कहा कि महाविकास अघाड़ी सरकार ने राजनीति के लिए अपनी शक्ति और पुलिस का दुरुपयोग किया है। पुणे और पिंपरी चिंचवड़ में भाजपा कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर पुलिस थाने ले जाया जा रहा है ताकि वे राकांपा में शामिल हो जाए।
पिंपरी चिंचवड़ में, शिवसेना के जिला प्रमुख गजानन चिंचवाड़े के भाजपा में शामिल होने के बाद, उनका 1971 का भूमि मामला फिर से निकाल कर उन्हें पुलिस द्वारा गंभीर रूप से परेशान किया गया। अंतत: दिल का दौरा पड़ने से उनकी मृत्यु हो गई। हम एनसीपी या शिवसेना कार्यकर्ताओं की तरह पुलिस के इस तरह के इस्तेमाल को बर्दाश्त नहीं करेंगे। हम इसके खिलाफ लड़ेंगे। ऐसे लोगों को जनता भी सबक सिखाएगी।
पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस पर शिवसेना नेता और मंत्री आदित्य ठाकरे द्वारा की गई टिप्पणी के बारे में पूछे जाने पर चंद्रकांत पाटिल ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी ने 2014 में सरकार बनाई थी। हम पांच साल तक इस सरकार को अपने दम पर चलाते। लेकिन शिवसेना के लिए सत्ता से बाहर रहना असंभव हो गया। वे देवेंद्र फडणवीस के आगे पीछे घुमने लगे थे। आदित्य ठाकरे को यह नहीं भूलना चाहिए। एसटी हड़ताल के संबंध में उन्होंने कहा कि महाविकास अघाड़ी के नेता विभिन्न शहरों में महत्वपूर्ण स्थानों के स्टेशनों और डिपो को हथियाना चाहते हैं. इसलिए उन्होंने हड़ताल को बढ़ावा दिया है। इस बीच मुंबई की महापौर किशोरी पेडनेकर ने राज्य महिला आयोग के सदस्य़ों के साथ दिशा सालियन के परिजनों के साथ डेढ घंटे तक मिटिंग की।
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