मुंबई। नई मुंबई के निर्माणाधिन हवाई अड्डे का नामकरण शिवसेना प्रमुख दिवंगत बाला साहेब ठाकरे के नाम पर करना राकांपा नेताओं को भी रास नहीं आ रहा है। राकांपा के वरिष्ठ नेता और राज्य के कैबिनेट मंत्री छगन भुजबल ने कहा है कि इस एयरपोर्ट का नाम बाला साहेब ठाकरे की बजाय उद्योगपति आरजेडी टाटा के नाम पर रखने को तरजीह दिया जाना चाहिए था। एयरपोर्ट नामकरण विवाद के बीच शिवसेना नेता व नगर विकास मंत्री एकनाथ शिंदे ने शुक्रवार को एलान किया था कि नई मुंबई के अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट का नामकरण बाला साहेब ठाकरे के नाम पर होगा।
राकांपा नेता तथा खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री छगन भुजबल ने कहा कि उन्हें बाल ठाकरे या डीबी पाटिल के नाम पर भी कोई आपत्ति नहीं है।
शिवसेना के नेता रहे भुजबल ने कहा, ”मुझे बालासाहेब या डी बी पाटिल के नाम पर कोई ऐतराज नहीं है। इन मुद्दों को आम सहमति से सुलझाया जाना चाहिये।” भुजबल ने कहा, लेकिन यदि बाल ठाकरे जीवित होते तो ”वह हवाई अड्डे का नाम अपने नाम पर रखे जाने को पसंद नहीं करते और आरजेडी टाटा का नाम सुझाते। बालासाहेब ने मुंबई में स्थित वीटी स्टेशन के लिये (19वीं सदी के समाज सुधारक) नाना शंकरसेठ का नाम सुझाया था।” भुजबल ने कहा कि मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के पिता दिवंगत बालासाहेब ठाकरे विमानन क्षेत्र में टाटा और रेलवे में शंकरसेठ के योगदान से अवगत थे। दूसरी ओर वंचित बहुजन आघाड़ी (वीबीए) के नेता प्रकाश आंबेडकर ने कहा कि हवाई अड्डे का नाम क्षेत्र के किसान नेता दिवंगत डी बी पाटिल के नाम पर रखा जाना चाहिये।