महाराष्ट्र पुलिस: कैसे लगी अमेरिकी मदद से चिल्ड्रेन पोर्नोग्राफी पर लगाम?

महाराष्ट्र पुलिस: कैसे लगी अमेरिकी मदद से चिल्ड्रेन पोर्नोग्राफी पर लगाम?

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मुंबई। बच्चों की अश्लील फिल्म बनाने और उसे इंटरनेट पर डालने के मामले में महाराष्ट्र पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है। शुक्रवार को एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि पिछले 18 माह में 105 लोगों को इस मामले में गिरफ्तार किया गया है। जबकि 213 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। अधिकारी ने बताया कि यह कार्रवाई एक रिपोर्ट के आधार पर की गई है।
महाराष्ट्र साइबर के पुलिस अधीक्षक संजय शिन्त्रे ने बताया कि ये मामले पिछले 18 महीनों में राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) द्वारा साझा ‘टिपलाइन रिपोर्ट’ के आधार पर दर्ज किए गए। चाइल्ड पोर्नोग्राफी की ‘टिपलाइन रिपोर्टें’ अमेरिका स्थित राष्ट्रीय गुमशुदा और शोषित बच्चों के केंद्र (एनसीएमईसी) द्वारा वेबसाइटों, सर्च इंजनों और सोशल मीडिया मंचों की निगरानी के बाद तैयार की जाती है।
यह बताया गया था कि एनसीएमईसी संघीय जांच ब्यूरो (एफबीआई) की मदद से नियमित रूप से भारत के एनसीआरबी के साथ रिपोर्ट साझा करता है, जो इसे सभी राज्यों की साइबर पुलिस के साथ साझा करता है। रिपोर्टों में उन आईपी एड्रेस और स्थानों की जानकारी होती है जहां अश्लील सामग्रियों का उपयोग किया जाता है और इसके आधार पर फिर साइबर पुलिस आरोपियों का पता लगाती है।ऑपरेशन ब्लैकफेस के तहत, महाराष्ट्र साइबर उन जिलों की पहचान कर रहा है, जहां से चाइल्ड पोर्नोग्राफी से संबंधित सामग्री प्रसारित की जा रही है। पुलिस ने बताया कि पिछले 18 महीनों में कम से कम 213 अपराध दर्ज किए गए हैं।

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