मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने 19 नवंबर को नगर में सामाजिक न्याय भवन भवन के उद्घाटन के मौके पर टेलीविजन सिस्टम के माध्यम से घोषणा की थी कि ‘पासपोर्ट की तर्ज पर जाति वैधता प्रमाण पत्र जारी किया जाएगा’| उनकी यह घोषणा नगर जिले में मूर्त रूप में आई है।
अहमदनगर जिला जाति प्रमाण पत्र सत्यापन समिति पासपोर्ट की तर्ज पर मौके पर ही दस्तावेजों की जांच कर जाति वैधता प्रमाण पत्र जारी करने वाली प्रदेश की पहली समिति बन गई है। सदस्य एवं उपायुक्त अमीना शेख, सदस्य सचिव एवं अनुसंधान अधिकारी भागवत खरे, महाविद्यालय के प्राचार्य भरत वाबले उपस्थित थे। इस कैंप में 289 विद्यार्थियों ने भाग लिया।
नेवासा तालुका के भेंडा में जिजामाता माध्यमिक तकनीकी और उच्चतर माध्यमिक विद्यालय ने कक्षा 11 और 12 के छात्रों के लिए जाति वैधता प्रमाण पत्र वितरण शिविर का आयोजन किया। इस शिविर में 116 छात्रों के प्रस्ताव को स्वीकार किया गया और 109 छात्रों को मौके पर ही जाति वैधता प्रमाण पत्र प्रदान किए गए। शिविर की अध्यक्षता जिला जाति प्रमाण पत्र सत्यापन समिति के अध्यक्ष एवं अपर समाहर्ता (चयन क्षेत्र) विकास पंसारे ने की|
जाति वैधता प्रमाण पत्र वितरण शिविर 11वीं और 12वीं कक्षा के छात्रों के लिए राहत तालुका के लोनी स्थित पद्मश्री विखे-पाटिल कॉलेज और नेवासा तालुका के भिंडा में जीजामाता माध्यमिक तकनीकी और उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में आयोजित किया गया। इस शिविर में लोनी में 97 छात्रों और भिंडा में 116 छात्रों के प्रस्ताव स्वीकार किए जाने पर 109 छात्रों को जाति वैधता प्रमाण पत्र मौके पर ही दिए गए।
पानसरे ने कहा कि मुख्यमंत्री शिंदे द्वारा की गई घोषणा और ‘मनडांगड पैटर्न’ को लागू करने के लिए जिला समिति ने कॉलेज जाकर छात्रों को वैधता प्रमाण पत्र वितरित करने का निर्णय लिया है| अब से जिले के महाविद्यालयों में विद्यार्थियों को जाति वैधता प्रमाण पत्र वितरित किए जाएंगे।
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